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नाक बंद होने पर नेज़ल स्प्रे इस्तेमाल करते हैं तो ये बात ज़रूर जान लें

नेज़ल कंजेशन के इलाज के लिए ये समझना ज़रूरी है कि नेज़ल कंजेशन क्यों हुआ है.

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अगर नाक जाम ही रहती है तो किसी नाक, कान, गले के डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

हमें सेहत पर मेल आया वसुधा का. उनकी उम्र 27 साल है. कानपुर की रहने वाली हैं. उनकी नाक सालभर जाम रहती है. जिसके कारण उन्हें सांस लेने में तकलीफ़ होती है. उलझन रहती है. ठंड आते ही ये दिक्कत और भी ज़्यादा बढ़ जाती है. इससे बचने के लिए वो दिन में कई बार नेज़ल स्प्रे का इस्तेमाल करती हैं. तब जाकर उन्हें थोड़ी राहत मिलती है. वसुधा का कहना है कि उन्हें कई लोग बोल चुके हैं कि उन्हें इतना ज़्यादा नेज़ल स्प्रे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इसका उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ेगा. पर बिना नेज़ल स्प्रे लिए उनका गुज़ारा भी नहीं होता. वसुधा चाहती हैं कि हम डॉक्टर्स से बात करके ये पता करें कि कुछ लोगों को नेज़ल कंजेशन की समस्या क्यों रहती है. यानी उनकी नाक ज़्यादातर बंद क्यों रहती है? साथ ही ये भी बताएं कि क्या नेज़ल स्प्रे इस्तेमाल करने से सेहत को नुकसान पहुंचता है? और अगर नेज़ल स्प्रे नहीं ले सकते, तो इसका क्या इलाज है? अब ये सारे सवाल हमने पूछे एक्सपर्ट्स से. पर सबसे पहले ये समझ लेते हैं आपकी नाक बंद क्यों हो जाती है? नेज़ल कंजेशन या नाक क्यों बंद हो जाती है? ये हमें बताया डॉक्टर अनूप राज ने.
DR. Anoop Raj - Medical Superintendent in Noida, Uttar Pradesh, India डॉक्टर अनूप राज, पूर्व प्रोफ़ेसर, नाक कान गला, मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली


नाक बंद होने के बहुत से कारण हो सकते हैं. इसके लिए पहले नाक की बनावट को समझना जरूरी है. नाक में दो छेद होते हैं, दो भागों में संकरे यानी बहुत पतले रास्ते होते हैं. ये लाल रंग की झिल्ली से कवर होते हैं, जिसे म्यूकस मेम्ब्रेन कहते हैं. म्यूकस मेम्ब्रेन बहुत सेंसिटिव होती है. इसके कई काम होते हैं. जो हवा नाक के अंदर जा रही है, उसका तापमान शरीर के हिसाब से रेगुलेट करना. जैसे अगर बहुत ठंडी हवा है, तो गर्म करना और अगर बहुत गर्म हवा है तो ठंडा करना.
नाक के अंदर जो छोटे-छोटे बाल होते हैं उनका काम गंदगी को फिल्टर करना होता है, कोई भी ऐसी चीज जो नाक की म्यूकस मेम्ब्रेन को इरिटेट करती है या कोई रिएक्शन होता है तो म्यूकस मेम्ब्रेन फूल जाती है. इससे नाक का रास्ता छोटा हो जाता है. इसे ही नेज़ल कंजेशन कहा जाता है, इसी दौरान सूंघने की क्षमता भी कम हो जाती है. म्यूकस मेम्ब्रेन फूलने के कई कारण हो सकते हैं जैसे एलर्जी, सर्दियों में पाए जाने वाला वायरस. सर्दियों में नेज़ल कंजेशन ज़्यादा क्यों होता है? Nasal Congestion - Everything You Need to Know - Apollo Hospital Blog
कोई भी ऐसी चीज जो नाक की म्यूकस मेम्ब्रेन को इरिटेट करती है या कोई रिएक्शन होता है तो म्यूकस मेम्ब्रेन फूल जाती है

म्यूकस मेम्ब्रेन नाक का बहुत ही सेंसिटिव हिस्सा होता है, ठंडी हवा में पानी की मात्रा ज्यादा होती है, हवा भारी होती है. जब ठंडी हवा नाक में जाती है, तब म्यूकस मेम्ब्रेन को उस ठंडी हवा को शरीर के तापमान तक लाने में समय लग जाता है, इस वजह से म्यूकस मेम्ब्रेन में सूजन आ जाती है, इससे नेज़ल कंजेशन हो जाता है. सर्दियों में नेज़ल कंजेशन से कैसे बचें? हर किसी को पता होता है कि वो कितना तापमान सह सकते हैं. आपको जिन चीजों से एलर्जी है, उनसे दूर रहें. ठंड और एलर्जी वाली चीजों के संपर्क में आने से बचें, गर्दन को ढक कर रखना चाहिए ताकि ठंड कम लगे. नाक अगर जाम रहती है तो क्या इलाज है?  
Stuffy Nose (Nasal Congestion) | Harley Street ENT Clinic नेज़ल कंजेशन के इलाज के लिए ये समझना ज़रूरी है कि नेज़ल कंजेशन क्यों हुआ है


नेज़ल कंजेशन के इलाज के लिए ये समझना ज़रूरी है कि नेज़ल कंजेशन क्यों हुआ है, क्या ऐसा बार-बार होता है? क्या ये किसी ख़ास मौसम में ही होता है? या किसी ख़ास जगह पर जाने से होता है?
इनका जवाब मिलने पर डॉक्टर उसी हिसाब से इलाज करेंगे, अगर नाक जाम ही रहती है तो किसी नाक, कान, गले के डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है. क्योंकि ऐसा या तो नाक की हड्डी बढ़ने के कारण होता है या नाक में पॉलिप होने (टिशू बढ़ने) की वजह से होता है. अगर नेज़ल कंजेशन मौसम के कारण है तो सबसे पहले एंटी-एलर्जी दवाइयां लेनी चाहिए या स्टेरॉइड नेज़ल स्प्रे लेना चाहिए. जब तक नाक से होना वाला डिस्चार्ज पीले रंग का न हो तब तक एंटीबायोटिक का कोई रोल नहीं है. क्या नेज़ल स्प्रे का ज़्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए खराब है? नेज़ल स्प्रे में स्टेरॉइड होते हैं, ये स्टेरॉइड लंबे समय तक लेने से नुकसान पहुंचता है लेकिन अगर क्रोनिक पेशेंट्स तीन से छह महीने तक भी अगर दिन में दो बार इनका इस्तेमाल करते हैं तो कोई नुकसान नहीं होगा.
Five Home Remedies for Nasal Congestion - Pittsburgh Sinus Centers अगर नेज़ल कंजेशन मौसम के कारण है तो सबसे पहले एंटी-एलर्जी दवाइयां लेनी चाहिए


ज़्यादा नेज़ल स्प्रे लेने से म्यूकस मेम्ब्रेन (नाक के अंदर पाई जाने वाली झिल्ली) के सिलिया ( बालनुमा स्ट्रक्चर) की मौत हो जाती है, इनके मरने से नाक से खून बहने लगता है, सूंघने की शक्ति कम हो जाती है और नाक हमेशा जाम लगती है. इसलिए दिन में दो बार नेज़ल स्प्रे छह महीने तक सेफ़ली ले सकते हैं, उससे ज़्यादा नहीं.
आपने डॉक्टर साहब की बातें सुनीं. सालभर नाक जाम रहने के कई कारण हो सकते हैं. पर अगर ये दिक्कत लंबे समय से चल रही है तो घर पर खुद इलाज करना न शुरू करें. न ही बिना डॉक्टर की सलाह के नेज़ल स्प्रे का इस्तेमाल करें. लेने के देने पड़ सकते हैं. किसी एक्सपर्ट से मिलें, वो आपकी जांच करके पता करेंगे कि आपको नेज़ल कंजेशन की दिक्कत क्यों रहती है? उसी हिसाब से आपका इलाज किया जाएगा. ठंड में नाक जाम रहने की दिक्कत बहुत आम है, पर इसे कुछ दिनों के अंदर ठीक हो जाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो इसके पीछे किसी चीज़ से एलर्जी ज़िम्मेदार हो सकती है. इसलिए डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें.