मनोरमा 40 साल की हैं. दिल्ली की रहने वाली हैं. कुछ महीने पहले उनकी एड़ी में चमक वाला दर्द होना शुरू हो गया. जब वो सुबह सोकर उठतीं, तो पैर नीचे रखते ही उनकी चीख निकल जाती. पंजों में सूजन शुरू हो गई. मनोरमा को लगा शायद ऐसा हड्डी की चोट के कारण हो रहा है. जब डॉक्टर को दिखाया तो उनके कुछ ब्लड टेस्ट करवाए गए. टेस्ट में यूरिक एसिड बढ़ा हुआ निकला. पता चला ऐसा हड्डी की चोट के कारण नहीं, गाउट के कारण हो रहा है. तो चलिए डॉक्टर से जानते हैं गाउट क्या होता है और क्यों होता है?
जमीन पर पैर रखते ही एड़ी में चमक वाला दर्द होता है? जानें क्या होता है गाउट
अगर समय पर पता चल जाए तो गाउट का इलाज मुमकिन है.

ये हमें बताया डॉक्टर गिरीश भालेराव ने.

आर्थराइटिस कई तरह का होता है. इसी तरह से गाउट (GOUT) भी एक तरह का आर्थराइटिस ही है. आमतौर पर होने वाले गठिया में से एक है गाउट. लेकिन ये बाकी गठिया से अलग है. जैसे कि रूमेटाइड आर्थराइटिस (Rheumatoid Arthritis) जो खून में होने वाली दिक्कत से होता है. गाउट होने की वजह है शरीर में जहरीले तत्व का बढ़ जाना. इसका इलाज मुमकिन है. इस जहरीले तत्व का नाम है यूरिक एसिड.
यूरिक एसिड हमारे शरीर का वेस्ट प्रोडक्ट है. जो कि प्रोटीन मेटाबॉलिज्म के आखिर में बनता है. इस यूरिक एसिड को किडनी पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकाल देती है. लेकिन जब यूरिक एसिड का लेवल शरीर में बढ़ जाता है तब ऐसा होना मुश्किल हो जाता है. रेड मीट, झींगे, केकड़े और अन्य नॉन वेज खाने से यूरिक एसिड बढ़ जाता है. अंडे, पैकेट बंद चीजें, जैसे बिस्किट और ज्यादा प्रोसेस की हुई चीजें खाने से भी यूरिक एसिड बढ़ता है. बिना अंकुरित की हुई दालें खाने से भी शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है. बीज वाली सब्जियां जैसे बैंगन, ककड़ी, भिंडी भी बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ा देती हैं.
लक्षणज्यादा यूरिक एसिड जोड़ों के आसपास मौजूद मसल, टेंडन और लिगामेंट पर जमा हो जाता है. यूरिक एसिड के जमा होने से कभी-कभी वहां पर हड्डियां उग सकती हैं. ऐसा ज्यादातर एड़ी की हड्डियों (Plantar Fasciitis Disc) पर होता है. वहां तेज़ दर्द होता है. जिस वजह से मरीज जमीन पर पैर नहीं रख पाता है. नींद से जागने के बाद खड़े होने पर चमक वाला दर्द होता है. अगर यूरिक एसिड काफी ज्यादा बढ़ जाए तो बड़े जोड़ जैसे घुटने और कमर के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है. साथ ही हाथ-पैरों की हड्डियों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. आमतौर पर यूरिक एसिड का लेवल शरीर में 3-4.5 के बीच होना चाहिए. यूरिक एसिड का लेवल 5 से ज्यादा होने पर इसे हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहा जाता है. अगर लेवल 7 या 7.5 से ज़्यादा है तब इसे गाउट आर्थराइटिस बोला जाता है. इसमें हड्डियां कमजोर होकर टूटने लगती हैं.
इलाजअगर यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो इलाज मुश्किल नहीं है. आपको अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाने होंगे. जिस खाने में प्रोटीन या प्यूरीन है, उसे अवॉइड करिए. स्मोकिंग, शराब अवॉयड करिए. वेट अगर बहुत ज़्यादा है तो कंट्रोल करना पड़ेगा. डॉक्टर से बात करके दवाई ले सकते हैं. ये दवाइयां थोड़े लंबे समय के लिए चलती हैं पर यूरिक एसिड कंट्रोल में आ जाता है.
काफी हद तक गाउट का इलाज मुमकिन है. अगर आपको गाउट की समस्या है तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं. यूरिक एसिड की जांच कराएं. ताकि शुरुआत में ही गाउट का पता लगाकर इसका इलाज कर लिया जाए.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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