रोहिणी कानपुर की रहने वाली हैं. उनकी एक बेटी है , जिसकी उम्र 12 साल है. लगभग 9 महीने पहले उसको पीरियड्स होना शुरू हुए हैं. अब रोहिणी इस बात को लेकर बहुत परेशान हैं कि उसे हर 15 दिनों में पीरियड्स हो जाते हैं. वो काफ़ी कमज़ोर हो गई है. साथ ही एनिमिक भी है. यानी खून में हीमोग्लोबिन की कमी भी है. रोहिणी ने अपनी बेटी को एक डॉक्टर को दिखाया. अब डॉक्टर का कहना है कि पीरियड्स अभी-अभी होना शुरू हुए हैं, इसलिए ये दिक्कत हो रही है. उसके पीरियड्स नॉर्मल होने में 1-2 साल का समय लगेगा. रोहिणी के मन में कई सवाल है. वो चाहती हैं हम डॉक्टर्स से बात करके ये साफ़ करें कि एक नॉर्मल पीरियड साइकिल कितनी होनी चाहिए. अगर किसी को जल्दी पीरियड्स होते हैं तो क्या ये नॉर्मल है? साथ ही इसकी वजह क्या है. जिन लड़कियों को अभी नए-नए पीरियड्स होना शुरू हुए हैं, उनके मन में भी ये सारे सवाल रहते हैं. पीरियड्स जल्दी हो रहे हैं तो क्यों हो रहे हैं? लेट हो रहे हैं तो क्यों हो रहे हैं? आज हम इन्हीं सारे सवालों के जवाब जानेंगे. पीरियड साइकल क्या होती है? ये हमें बताया डॉक्टर गायत्री देशपांडे ने.

पहले आमतौर पर लड़कियों को पीरियड्स होने की उम्र 13 साल थी, लेकिन आजकल ये उम्र घटकर 11 साल हो गई है. मेंस्ट्रुअल साइकल ग्रोथ का संकेत है. ग्रोथ जिसकी वजह से बच्चेदानी और ओवरी जिसमें अंडा तैयार होता है उनका विकास पूरा होता है. पीरियड साइकल आमतौर पर कितने दिन की होती है? पहले 2-3 साल तक मेंस्ट्रुअल साइकल थोड़ी अनियमित रहती है, कभी-कभी 25 दिनों के अंदर पीरियड्स हो जाते हैं. कभी-कभी 35 दिनों तक नहीं होते, कभी-कभी 2-2 महीने में एक बार पीरियड्स होते हैं. ये बदलाव विकास का संकेत समझा जाता है, क्योंकि 1-2 साल तक पीरियड्स अनियमित होते हैं. इसलिए दवाई या इलाज की ज़रूरत नहीं पड़ती. नॉर्मल मेंस्ट्रुअल साइकल 25-35 दिन के बीच होती है. शॉर्ट पीरियड साइकल क्या होती है? अगर किसी को हर 20 दिन में या 15 दिन में पीरियड्स हो जाते हैं तो उसको शॉर्ट मेंस्ट्रुअल साइकल कहते हैं, यानी मेंस्ट्रुअल साइकल छोटी है. पहले ओवरी में अंडा तैयार होता है. उसके बाद प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन की मदद से अंडाशय और गर्भाशय में परत तैयार होती है, अगर ये परत जल्दी तैयार हो जाती है और बीच में ब्लीडिंग होती है तो पीरियड 15 दिन में आ जाते हैं. ऐसे में बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग हो सकती है. कभी-कभी खून के थक्के भी बनते हैं. बहुत ज़्यादा दर्द होता है. अगर ऐसा बार-बार हो रहा हो तो डॉक्टर की सलाह लें. ये चीज़ दवाई की मदद से ठीक की जा सकती है.

लॉन्ग पीरियड साइकल क्या होती है? अगर पीरियड्स 35 दिनों में होते हैं तो वो नॉर्मल कहलाता है. पर अगर पीरियड्स 35 दिन के बाद होते हैं. जैसे 45-50 दिन के बाद या पीरियड्स स्किप हो जाते हैं, 2-3 महीने पीरियड्स नहीं होते तो ये नॉर्मल नहीं है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कुछ लोगों को पॉलीसिस्टिक ओवरीज़ की समस्या होती है यानी ओवरी में सिस्ट तैयार होते हैं जिसकी वजह से जो अंडा निकलना चाहिए, वो नहीं निकलता. अगर अंडा नहीं निकलता है तो साइकल काफ़ी लंबी हो जाती है. साथ-साथ और समस्याएं भी होती हैं जैसे दाने निकल आते हैं. चेहरे पर हेयर ग्रोथ होने लगती है.
ये बाल काफ़ी रफ़ होते हैं, कुछ लोगों की आवाज़ में बदलाव आ जाता है. अगर पीरियड्स लंबे होने के साथ-साथ ये दिक्कतें भी हो रही हैं, तो इसको पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम कहते हैं. इस सिंड्रोम में टेस्टोस्टेरॉन यानी मेल हॉर्मोन की मात्रा बढ़ जाती है. ऐसे केस में जांच करके इलाज करना ज़रूरी हो जाता है.

इस बात पर ध्यान दें कि क्या आपका वज़न पहले से बढ़ गया है. अगर वज़न बढ़ा है तो ये पॉलीसिस्टिक ओवरी का कारण बन सकता है. बच्चियों और मिडिल ऐज महिलाओं को वज़न पर ध्यान देना चाहिए. अगर वज़न कंट्रोल में है तो ये दिक्कतें कम हो सकती हैं, पीरियड साइकल 25-35 दिन की होनी चाहिए. इससे आगे-पीछे होती है तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
डॉक्टर गायत्री की बातें सुनकर कुछ चीज़ें तो साफ़ हो गईं. एक नॉर्मल पीरियड साइकिल 25-35 दिनों की होती है. एक बात का ध्यान रखिए. पीरियड साइकिल गिनी जाती है जिस दिन पीरियड शुरू होते हैं, उस दिन से. यानी आपको अगर आज पीरियड शुरू हुए हैं तो आपकी साइकिल आज से शुरू होगी. टेक्निकली आज से 25-35 दिनों के बीच आपको अगला पीरियड होना चाहिए. अब अगर आपको पीरियड 25 दिनों से पहले और 35 दिनों के बाद हो रहे हैं और ऐसा लगातार हो रहा है तो एक डॉक्टर से मिलें और जांच करवाएं. पीरियड साइकिल ठीक करने के लिए दवाइयां उपलब्ध हैं.