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BP की दवाई शुरू की तो जीवनभर खानी पड़ेगी, बचने के लिए डॉक्टर्स की ये बातें सुन लो

हाई ब्लड प्रेशर, लो ब्लड प्रेशर का पूरा हिसाब-किताब.

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बीपी की दवा बीच में छोड़ी तो आपको स्ट्रोक, हार्ट फेलियर और पैरालेसिस हो सकता है
यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.

ब्लड प्रेशर. ये शब्द आपने हज़ारों बार सुना होगा. किसी का ब्लड प्रेशर हाई होता है. किसी का लो. जब ब्लड प्रेशर हाई होता है तो कहा जाता है नमक कम खाओ. जब ब्लड प्रेशर लो होता है तो कहा जाता है कि ज़्यादा नमक खाओ. क्या ही कन्फ्यूजन है. इसलिए आज सारा कन्फ्यूजन दूर करते हैं. अव्वल तो जानते हैं कि ब्लड प्रेशर आख़िर है किस चिड़िया का नाम. साथ ही हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर होने का मतलब क्या है. साथ ही दोनों केसेज़ में क्या करना चाहिए. इस बारे में हमें बताया डॉक्टर विजय ने.
Vijay Ranjan
डॉक्टर विजय रंजन, एमडी मेडिसिन, ग्रीनलैंड हॉस्पिटल, गोरखपुर


क्या होता है ब्लड प्रेशर
खून की नली में खून के प्रवाह को नापा जाता है जो नंबर आता है उसे ब्लड प्रेशर कहते हैं, ब्लड प्रेशर दो तरह के होते हैं, लो बीपी और हाई बीपी.
हाई ब्लड प्रेशर क्या होता है?
-अगर खून के दबाव की मात्रा ज़्यादा है तो उसे हाई बीपी कहते हैं
-अगर सिस्टोलिक 130 से ज़्यादा है और डैशटोलिक 90mm hg से ऊपर है तो ये हाई बीपी का फर्स्ट स्टेज है
-इसे प्री हाइपरटेंशन बोलते हैं और आपको हाई ब्लड प्रेशर है
कारण:
-आजकल का लाइफस्टाइल
-ओवरवेट
-स्ट्रेस
-जेनेटिक
Low BP के बारे में हर वो बात जो आप जानना चाहते हैं... - What is low blood pressure symptoms remedies all facts about this lifestyle disease - Latest News & Updates अगर खून के दबाव की मात्रा ज़्यादा है तो उसे हाई बीपी कहते हैं


इलाज:
-सबसे पहले अच्छे डॉक्टर को दिखाए. जो भी सलाह या दवा दी जाए उसे फॉलो करें
-अगर एक बार कोई भी बीपी की दवा शुरू हो गई तो आपको उसे पूरे जीवन नहीं छोड़ना है
-अगर दवा बीच में छोड़ी तो आपको स्ट्रोक, हार्ट फेलियर और पैरालेसिस हो सकता है
हाई ब्लड प्रेशर का सारा लेखाजोखा तो पता चल गया. अब आते हैं लो ब्लड प्रेशर वालों पर. लो ब्लड प्रेशर होने का क्या मतलब है. ये क्यों हो जाता है? और इससे कैसे निपटें. ये सब जानते हैं.
लो बीपी क्या होता है?
-अगर आपका ब्लड प्रेशर 100/60 से नीचे है तो आप लो बीपी कैटेगरी में आते हैं
कारण:
-अगर बहुत समय से भूखे हैं
- डायरिया
-डीहाइड्रेशन
-एनीमिया
लक्षण
-अगर लो बीपी है तो चक्कर आएगा
-बेहोश हो सकते हैं
-आप लेटे थे, उठे, चक्कर आया, गिर गए
-या आपको अंधेरा सा लगता है
इलाज
-ऐसे में लेट जाइए. पैरों को थोड़ा उठाना है
-उठाना इसलिए है क्योंकि अगर बीपी कम है तो हार्ट से जो ब्लड सप्लाई ब्रेन को मिलना था वो कम हो जाएगा
-जिसके कारण ब्रेन टिश्यू डैमेज होना शुरू हो जाएगा
Walking more can reduce the risk of high blood pressure, things you need to know - ज्यादा चलना हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद, नए शोध में सामने आई ये नॉर्मल ब्लड प्रेशर होने पर मशीन ऐसा नंबर दिखाएगी. अगर आपका ब्लड प्रेशर 100/60 से नीचे है तो आप लो बीपी कैटेगरी में आते हैं

-पैर को ऊपर करने से और सर को नीचे करने से ब्रेन को मिलने वाला ऑक्सीजन और ब्लड सप्लाई मेन्टेन रहे
-अगर थोड़ी देर में ये ठीक नहीं हुआ तो तुरंत इमरजेंसी में दिखाएं
उम्मीद है ब्लड प्रेशर से जुड़े सारे सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे. दूसरी ज़रूरी मुद्दा. डाइट. उसका आपके ब्लड प्रेशर पर सीधा असर पड़ता है. अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर रहता है तो क्या खाना चाहिए. लो रहता है तो क्या खाना चाहिए. जानते हैं डायटीशियन ग़ज़ल शेख से.
Gazal
ग़ज़ल शेख, डायटीशियन, मुंबई


हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं
-हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए खाने में नमक कम होना चाहिए
-अगर खाने में नमक की वजह से टेस्ट अच्छा नहीं लग रहा है तो खाने में आमचूर, विनेगर, इमली का पल्प, नींबू का रस, कोकम का जूस वगैरह डालें
-फल और सब्जियां ज़्यादा खाएं. इनमें पोटैशियम ज़्यादा होता है. ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है
-फैट ज़्यादा न खाएं. जैसे बेकरी, रेडी टू ईट, पैकेट फ़ूड, क्रीम, बटर वगैरह कम खाएं
-प्रोटीन ज़्यादा खाएं. अगर वेज खाते हैं तो हर तरह की दाल खाइए. लो फैट मिल्क, पनीर, और दही.
-अगर नॉन वेज खाते हैं तो अंडा, चिकन, और मछली खा सकते हैं
-रोज़ एक्सरसाइज़ करिए. कम से कम 45 मिनट
लो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं
-लो ब्लड प्रेशर की एक बड़ी वजह शरीर में पानी और लिक्विड की कमी होती है
-दो लीटर पानी पिएं दिन में
-एक लीटर कोई भी जूस जैसे फ्रेश फ्रूट जूस या सूप पूरे दिन में ज़रूर लें
-आपकी डाइट में बैलेंस होना चाहिए. जैसे खाने में रोटी, सब्ज़ी, दाल, चावल, दही ज़रूर होना चाहिए
-खाने में गैप नहीं होना चाहिए. हर थोड़ी-थोड़ी देर कुछ खाते या पीते रहिए. ताकि आपका ब्लड प्रेशर मेन्टेन रहे
-शराब, सिगरेट, तंबाकू अवॉयड करिए
इन डाइट टिप्स का ध्यान ज़रूर रखें.


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