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सुसाइड करने वाली डॉक्टर की नन्ही बेटी का खत आपको रुला देगा

पिता चिट्ठी पढ़ते हुए भावुक हो गए. बोले- बेटी को डॉक्टर नहीं बनाऊंगा.

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वर्किंग डॉक्टर्स ने 2 घंटे का काम बहिष्कार कर डॉ अर्चना शर्मा के साथ सॉलिडैरिटी दिखाई (फोटो - आजतक)

"मैं रोती नहीं हूं.. मैं रोने लगी तो सब रोने लगेंगे.."

ये लाइन उस ख़त की है, जिसे एक बेटी ने लिखा है. आठ साल की वो बेटी जिसने कुछ दिन पहले ही अपनी मां को खोया है. डॉक्टर अर्चना शर्मा की बेटी. एक पेशेंट की मौत के बाद हत्या का केस दर्ज होने के बाद, डॉक्टर अर्चना शर्मा की सुसाइड से मौत हो गई थी. अब उनके पति डॉक्टर सुनीत उपाध्याय का एक वीडियो आया है. वीडियो में अपनी बेटी की लिखी चिट्ठी पढ़ते हुए वो कह रहे हैं कि उनकी पत्नी के साथ जो कुछ भी हुआ वो देखकर वो शायद अपनी बेटी को डॉक्टर नहीं बनाएंगे. Rajasthan Doctor Archana Sharma की बेटी ने क्या लिखा? अर्चना दौसा ज़िले के एक निजी अस्पताल में गायनाकोलॉजिस्ट थीं. आजतक से जुड़े शरत शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक़, एक डिलिवरी के बाद ज्यादा खून बहने की वजह से डॉक्टर अर्चना की एक पेशेंट की मौत हो गई थी. इसको लेकर डॉ अर्चना बहुत परेशान चल रही थीं. पेशेंट के परिवार ने अस्पताल में प्रोटेस्ट किया, तोड़फोड़ की गई और डॉक्टर अर्चना पर IPC की धारा 302 के तहत हत्या का केस दर्ज करवा दिया. कथित तौर पर इसी बात से परेशान होकर अर्चना ने आत्महत्या कर ली. अर्चना के पति डॉक्टर सुनीत उपाध्याय ने कहा कि हमारे देश में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है. अपेक्षा की जाती है कि डॉक्टर हर मरीज़ की जान बचा लेगा, लेकिन ये सभी परिस्थितियों में संभव नहीं है. उन्होंने एक चिट्ठी के बारे में बताया, जो उनकी बेटी ने अपनी मौसी को लिखी. ये भी बताया कि बच्ची अपनी मां की मौत के बाद अपनी नानी के पास चली गई है. चिट्ठी में बच्ची ने लिखा है,
"इस दुनिया की सब औरतों में सबसे अच्छी मां थी, क्योंकि उन्हें बेस्ट मदर का अवॉर्ड मिला था. लेकिन आपको पता है, मैं रो नहीं रही तो लोगों को लगता है कि मैं मां को मिस नहीं करती. लेकिन मैं रो नहीं रही क्योंकि अगर मैं रोऊंगी तो सब रोने लगेंगे."
अभी तक क्या-क्या हुआ है? डॉक्टर अर्चना शर्मा के सुसाइड के बाद राज्यभर के डॉक्टर्स में आक्रोश फैल गया. प्राइवेट मेडिकल की दुकानें, लैब और सोनोग्राफी सेंटर बंद हो गए हैं. वहीं वर्किंग डॉक्टर्स ने दो घंटे का काम बहिष्कार कर डॉ अर्चना शर्मा के साथ सॉलिडैरिटी ज़ाहिर की है. इसी बीच ये बात भी सामने आई थी कि जिस शिकायत के दबाव में आकर डॉक्टर अर्चना शर्मा ने आत्महत्या की थी, उस शिकायत के बारे में मृतक के पति को कोई जानकारी ही नहीं है. मृतक के पति का कहना है कि वह मजदूर है, पढ़ना-लिखना नहीं जानता, FIR में क्या लिखा गया ये उसे नहीं पता है. इस केस में मृतक डॉक्टर के पति का आरोप है कि कुछ नेताओं ने मृतक के परिवार को मुआवज़े का लालच देकर उनकी पत्नी के खिलाफ झूठा केस करवाया. वहीं इस मामले को गहलोत सरकार ने भी इस मामले में ऐक्शन लेते हुए दौसा के SP को हटा दिया है और पूर्व भाजपा विधायक जितेंद्र गोथवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने पांच अलग-अलग टीमों का गठन किया है. मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है, जिसमें BJP नेता जितेंद्र गोठवाल समेत राम मनोहर बेरवा, बलराम बेरवा, राम खिलाड़ी बैरवा, बाबूलाल मीणा को हिरासत में लिया गया है. आरोपियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने और धरना प्रदर्शन के लिए परिजनों को उकसाने के आरोप हैं. इस मामले में राजनीति भी बराबर चल रही है. डॉक्टर सुनीत उपाध्याय ने वीडियो जारी कर कहा कि बल्या जोशी को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है. उन्होंने बल्या जोशी पर कठोर कार्रवाई करने की भी मांग की है. सुनीत उपाध्याय के बयान के बाद राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का बयान भी आया है. उन्होंने कहा कि हत्या की FIR दर्ज कराने में कांग्रेस के बड़े नेता का हाथ है, जिसका खुलासा वो आने वाले दिनों में करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर जितेंद्र गोठवाल और बल्या जोशी इस मामले में दोषी हैं, तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.