क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि शरीर के अलग-अलग हिस्सों में अचानक से चमक वाला दर्द उठता है और फिर शांत हो जाता है? ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे विटामिन बी-12 की कमी. नॉर्मल केस में ये पोषक तत्वों की कमी पूरी होने पर ठीक हो जाता है. पर कई बार वजह केवल विटामिन डेफिशियेंसी नहीं होती. ठीक यही हुआ है हमारी एक व्यूअर अराधना के साथ. 33 साल की हैं. उन्हें काफ़ी समय से ये समस्या थी. कभी हाथ में, कभी पैर में, कभी सीने में अचानक से चमक वाला दर्द उठता था. बहुत महीने उन्होंने इग्नोर किया. पर दिक्कत बढ़ती गई. जब डॉक्टर को दिखाया और टेस्ट हुए तो पता चला उन्हें न्यूरोलॉजिया है. ये वो कंडीशन है जिसमें शरीर में अचानक चमक वाला दर्द उठता है. ये क्यों होता है और इसका इलाज क्या है, डॉक्टर से जानिए.
आपको भी होता है अचानक चमक वाला दर्द? नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है!
ये दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है.

इसे समझने के लिए हमने बात की डॉ. खुशबू गोयल से.

तेज और चमक वाले दर्द को न्यूरोलॉजिया (Neuralgia) कहते हैं. ये दर्द नर्व्स के रास्ते (तंत्रिकाओं के रास्ते) आगे बढ़ता है. ये नर्व्स शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है, यानी दर्द कहीं भी हो सकता है.
> किसी कारण से नर्व के डैमेज होने पर न्यूरोलॉजिया की दिक्कत होती है.
> किसी इंफेक्शन के कारण भी न्यूरोलॉजिया हो सकता है जैसे हरपीज़ और चिकन पॉक्स.
> इसके अलावा चोट और ट्रॉमा के कारण भी न्यूरोलॉजिया हो सकता है.
> नर्व्स पर प्रेशर पड़ने से भी न्यूरोलॉजिया हो सकता है.
> नर्व्स पर प्रेशर हड्डियों, खून की नसों या शरीर में आई सूजन जैसे किसी भी कारण से पड़ सकता है.
> उम्र बढ़ने के साथ भी न्यूरोलॉजिया की समस्या हो सकती है.
> कभी-कभी CNS बीमारियों (दिमाग से जुड़ी बीमारियां) जैसे मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) के कारण भी न्यूरोलॉजिया हो सकता है.
> डायबिटीज में भी न्यूरोलॉजिया हो जाता है, ज्यादातर हाथ-पैर की उंगलियों में ये दर्द होता है.
> इसके अलावा लंबे समय से चली आ रही किडनी की बीमारी और सूजन के कारण भी न्यूरोलॉजिया हो सकता है.
> कैंसर की दवाइयों से भी नर्व्स में परेशानी होने के कारण न्यूरोलॉजिया हो सकता है.
लक्षण> अक्सर मरीज अचानक से तेज और चमक वाले दर्द की शिकायत लेकर आते हैं.
> कभी-कभी सुन्नपन और जलन जैसा भी महसूस होता है.
> साथ ही कुछ मामलों में मसल भी फड़क सकती है.
> उदाहरण के लिए पोस्ट हर्पेटिक (Post Herpetic) न्यूरोलॉजिया यानी हरपीज के बाद होने वाला न्यूरोलॉजिया. इसमें शरीर के एक हिस्से में तेज और चमक वाला दर्द होता है.
> ट्राइजेमिनल (Trigeminal) न्यूरोलॉजिया, इसमें चहरे की ट्राइजेमिनल नर्व में दर्द होता है.
> ग्लोसोफेरीन्जियल (Glossopharyngeal) न्यूरोलॉजिया में गले में दर्द होता है.
> ओसीसीपिटल (Occipital) न्यूरोलॉजिया सिर के पिछले हिस्से को प्रभावित करता है.
> इंटरकोस्टल (Intercostal) न्यूरोलॉजिया में छाती और पसलियों में दर्द होता है.
इलाज> न्यूरोलॉजिया के इलाज में कुछ दर्द कम करने वाली दवाइयां दी जाती हैं
> दवाइयों से राहत न मिलने पर सर्जिकल थेरेपी भी दी जाती है. सर्जिकल थेरेपी के जरिए नर्व्स का प्रेशर कम किया जाता है.
> साथ ही टॉपिकल एजेंट (मलने वाली दवाई) का भी इस्तेमाल किया जाता है.
> इम्युनिटी से जुड़ी समस्याओं का इलाज किया जाता है.
> साथ ही कई बार फिज़िकल थेरेपी भी दर्द से राहत दिलाती है.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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