किडनी में स्टोन होना आजकल एक आम प्रॉब्लम बनती जा रही है. काफ़ी लोग इस समस्या से जूझते हैं, पर ये होती बहुत दर्दनाक है. NCBI यानी नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफॉर्मेशन के मुताबिक, हिंदुस्तान में लगभग 12% जनता को किडनी स्टोन होने का रिस्क है. इस 12% में भी 50% लोगों को किडनी फ़ेल होने का ख़तरा रहता है. ऐसे में ये जानना बहुत ज़रूरी है कि आपकी किडनी में पथरी बनती क्यों है? क्योंकि कई बार ऐसा आपकी रोज़ की गलतियों के कारण होता है. डॉक्टर्स से जानिए कि किन कारणों से पथरी बनती है, क्या गलतियां करने से बचना चाहिए और आज के समय में पथरी का सबसे बेस्ट इलाज क्या है?
किडनी में पथरी और भयानक दर्द से बचना है तो इन आदतों को तुरंत छोड़ दें!
पथरी से बचाव के लिए पानी ज़्यादा पीना चाहिए, पर कई लोग ज़्यादा पानी पीने के चक्कर में 10-12 लीटर पानी पी जाते हैं. ऐसा करना बिलकुल गलत है.

ये हमें बताया डॉक्टर डॉक्टर पवन केसरवानी ने.

किडनी में पथरी कैसे बनती है, इसे एक छोटे से एक्सपेरिमेंट से समझते हैं. एक ग्लास ले लीजिए और उसमें नमक डालिए. पहले तो नमक पानी में घुल जाता है पर एक समय ऐसा आएगा जब नमक नहीं घुलेगा तब ग्लास के अंदर छोटे-छोटे कण जमा होने लगेंगे. धीरे-धीरे यही कण मिलकर बड़ा लंप बना देंगे. ठीक यही किडनी में होता है. किडनी में तीन तरह के स्टोन बनते हैं. पहला है कैल्शियम ऑक्सालेट, जो कई लोगों में पाया जाता है. दूसरा स्टोन यूरिक एसिड का बनता है और तीसरा स्टोन कैल्शियम फॉस्फेट होता है. ये उन पेशेंट्स में पाया जाता है, जिनमें इन्फेक्शन होते हैं. इसके अलावा और भी तरह के स्टोन बनते हैं, पर ऐसे केसेज बहुत कम हैं.
हमारे यूरिन में कैल्शियम और ऑक्सालेट एक मात्रा तक ही सलूशन के रूप में रहते हैं. पर जैसे ही उसका कंसंट्रेशन यूरिन में बढ़ता है तो ये क्रिस्टल्स बनाते हैं. ये क्रिस्टल्स आपस में जुड़कर स्टोन बन जाते हैं. यूरिन होने में दिक्कत होती है. किडनी में सूजन होती है. अगर ये काफ़ी समय तक ऐसे ही पड़ा रहे तो किडनी को नुकसान पहंच सकता है.
लक्षणइसका मुख्य लक्षण है पेट में दर्द होना, पीठ के निचले हिस्से से दर्द शुरू होगा. ये दर्द बहुत तेज़ हो सकता है अगर ये स्टोन यूरेटर (पेशाब की नली) में आ जाता है तब दर्द और ज़्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में इंजेक्शन और दवा का इस्तेमाल करना पड़ता है. इसके अलावा यूरिन में इन्फेक्शन, पेशाब में खून आना जैसे लक्षण महसूस होते हैं.
बचावपथरी से बचाव के लिए पानी ज़्यादा पीना चाहिए, पर कई लोग ज़्यादा पानी पीने के चक्कर में 10-12 लीटर पानी पी जाते हैं. ऐसा करना बिलकुल गलत है. पूरे 24 घंटे में तीन लीटर पानी पीना चाहिए. ये हुआ लगभग 12 ग्लास पानी. रोज़ एक्सरसाइज करना ज़रूरी है. मोटापे से किडनी में स्टोन बढ़ते हैं. इसलिए अगर वेट को कंट्रोल में रखते हैं तो उससे किडनी स्टोन का रिस्क भी कम होता है. कोई भी पदार्थ या जूस जिसमें साइट्रिक कंटेंट बहुत ज़्यादा है जैसे नींबू, संतरा का जूस इनको पीने से किडनी स्टोन का चांस कम हो जाता है. इसके अलावा जितने फल और सब्जियां खाएंगे उतना स्टोन बनने का चांस कम होगा.
ऐसा कहा जाता है कि स्टोन में दूध नहीं पीना चाहिए पर ये एकदम गलत है. दूध और दूध से बनी चीज़ें पाव भर तक ले सकते हैं, अगर डाइट में कैल्शियम नहीं लेंगे तो हड्डियां कमज़ोर हो जाएंगी. कैल्शियम कम होने के कारण स्टोन बनने का चांस ज़्यादा होता है. छिला हुआ सेब खाइए, ज़्यादा नमक वाली डाइट खाने से बचें जैसे जंक फ़ूड हाई ऑक्सालेट फ़ूड जैसे चॉकलेट, पालक, चौलाई, ब्लैक टी, ड्राई फ्रूट्स को अवॉइड करें और नॉन वेज डाइट अवॉइड करें.
इलाजआजकल चीरे वाला ऑपरेशन नहीं किया जाता. बल्कि अगर किडनी में स्टोन है तो पीछे एक छोटा सा छेद किया जाता है. लेज़र से तोड़कर स्टोन निकाल लिया जाता है. किडनी स्टोन को पेशाब के रास्ते लेज़र से तोड़कर निकाल सकते हैं. एक नई टेक्नोलॉजी है जिसे कहते हैं लिथोट्रिप्सी. इसमें पेशेंट को एक टेबल पर लिटाया जाता है. यहां एक मशीन फ़िक्स होती है और इसकी किरणों से पत्थर को तोड़कर पेशाब के रास्ते निकाल देते हैं. अगर आपको भी इस तरह के लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर से मिलकर इलाज करवाएं.
किडनी स्टोन से बचने के लिए क्या करना है, आपने सुन लिया. माने इन टिप्स को फॉलो करिए, पथरी के ख़तरे से बचे रहेंगे.
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