लल्लनटॉप के एक व्यूअर ने हमें सेहत पर मेल किया. उनके कहने पर यहां हम उनका नाम नहीं लिख रहे. उनका एक सवाल है, जिसके बारे में सही जानकारी होना बेहद ज़रूरी है. वो जानना चाहते हैं कि क्या ओरल सेक्स से मुंह या गले के कैंसर का ख़तरा हो सकता है. और अगर माउथ कैंसर के पेशेंट के साथ कोई ओरल सेक्स करता है तो क्या उसे भी कैंसर का ख़तरा हो सकता है? सेक्स और कैंसर, इन दो टॉपिक्स को लेकर वैसे भी लोगों के मन में बहुत सारे मिथक हैं. ऐसे में ज़रूरी है की डॉक्टर इसके बारे में सही जानकारी दें.
ओरल सेक्स कब खतरनाक है, क्या इससे मुंह में कैंसर हो जाता है?
डॉक्टर्स के मुताबिक, सेक्स यानी सुरक्षित यौन संबंध बनाना आपकी सेहत के लिए ज़रूरी है. ओरल सेक्स को लेकर डॉक्टर्स ने क्या-क्या बताया? जानें सबकुछ.

ये हमें बताया डॉ दीपांशु गुप्ता ने.

ऐसा देखा गया है कि ओरल सेक्स के दौरान एक पार्टनर से दूसरे पार्टनर में कुछ फ्लूड ट्रांसफ़र होते हैं. पुरुषों का वीर्य, महिलाओं का वजाइनल डिस्चार्ज और मुंह की लार ओरल सेक्स के दौरान एक से दूसरे पार्टनर में ट्रांसफ़र होते हैं. आमतौर पर इस ओरल सेक्स के दौरान होने वाले फ्लूड ट्रांसफ़र से किसी भी तरह का कैंसर नहीं होता. लेकिन अगर मुंह में जाने वाले इस लिक्विड में कोई इंफेक्शन है जैसे कि ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV). तो ऐसे में मुंह के कैंसर और गले के कैंसर का खतरा हो सकता है.
मुंह में ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के जाने से मुंह और गले में इंफेक्शन हो जाता है. इस वजह से मुंह और गले के अंदर छोटे-छोटे घाव हो जाते हैं. कुछ समय बाद मुंह और गले के इन घावों में कैंसर बन जाता है.
क्या ओरल कैंसर के मरीज ओरल सेक्स कर सकते हैं?सेक्स के दौरान ओरल कैंसर के मरीजों से दूसरे पार्टनर में कैंसर ट्रांसफ़र नहीं होता.
ओरल सेक्स से किन बीमारियों का ख़तरा हो सकता है?ओरल सेक्स से ह्यूमन पैपिलोमा वायरस, सिफलिस, गोनोरिया, क्लैमाइडिया जैसे इंफेक्शन फैल सकते हैं. ओरल सेक्स से HIV भी फैल सकता है, लेकिन ऐसा कम ही होता है. ऐसा भी देखा गया है कि ओरल सेक्स से हेपेटाइटिस A और B का भी खतरा बढ़ जाता है.
इसके बारे में हमें बताया डॉक्टर अंकुश सयाल ने.

अगर ओरल सेक्स के बाद मुंह में छाले, होंठ लाल हो गए हैं, मुंह में जलन महसूस हो रही है, खाना खाने में दिक्कत या दर्द हो रहा है, या आवाज में बदलाव है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं या नाक-कान और गले के एक्सपर्ट के पास जाकर इसका इलाज कराएं.
वहीं डॉक्टर दीपांशु के मुताबिक, बचाव का पहला तरीका ये है कि दोनों में से किसी पार्टनर को सेक्स से फैलने वाला कोई इंफेक्शन हो तो अपने पार्टनर को इसके बारे में जरूर बताएं. इससे दूसरा पार्टनर खुद को इंफेक्शन से बचा सकता है. दूसरा तरीका है ओरल सेक्स के दौरान कॉन्डम, डायाफ्राम और डेंटल ब्रिज का इस्तेमाल करना. इनके इस्तेमाल से फ्लूड एक्सचेंज को रोका जा सकता है. बचाव का तीसरा तरीका ये है कि पार्टनर्स अपने गुप्तांगों की साफ-सफाई रखें. इससे भी इन्फेक्शन को काफी हद तक रोका जा सकता है. HPV से बचने के लिए वैक्सीन लगवा सकते हैं. वैक्सीन लगवाने से एक से दूसरे पार्टनर में HPV फैलने का खतरा नहीं होता.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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