Espresso, flat white, macchiato,Americano, Latte, Cappucino, Mocha ये सभी नाम आपने कई बार कॉफ़ी शॉप में सुने होंगे. जितने नाम उतना कन्फ्यूज़न...एक वक़्त था जब न तो इन नामों के मतलब पता होते थे ना ही इनका सही उच्चारण. इस वजह से मैं तो कॉफ़ी शॉप में जाने से ही कतराने लगी थी. मुझे समझ ही नहीं आता था कि भाई ऑर्डर क्या करना है? मेरे लिए तो कॉफ़ी का मतलब होता था कॉफ़ी.. लेकिन ये फैंसी से नाम सुनकर तो ऐसे पसीने छूटने लगते थे जैसे एग्जाम का पेपर देख लिया हो और सारे सवाल आउट ऑफ़ सिलेबस हों.
ये पढ़ लो, कैफे में कॉफ़ी आर्डर करने पर भद्द नहीं पिटेगी
कॉफ़ी शॉप में अलग-अलग नाम सुनकर कई बार हम कन्फ्यूज़ हो जाते हैं. समझ ही नहीं आता है कि ऑर्डर क्या करें? ये आर्टिकल आपका सारा कन्फ्यूज़न दूर कर देगा.

फिर एक दिन मैंने सोचा कि ऐसे तो नहीं चलेगा, कुछ तो करना ही पड़ेगा. मैं गई आर्डर करने, जब उन्होंने मुझसे पूछा - Ma'am your order please. तो मैंने उनसे पूछ ही लिया कि आप पहले मुझे इन सबका मतलब समझाइये. तो चलिए आपको भी समझाते हैं कॉफ़ी का गणित.
चलिए सबसे पहले इन्हें कैटेगराइज़ कर लेते हैं और मिलती-जुलती कॉफ़ी को एक साथ रख लेते हैं.
सबसे पहले एस्प्रेसो- ये नाम आपने काफी सुना होगा. ये अपने आप में एक अलग कैटेगरी है.
उसके बाद फ्लैट वाइट, माकीयाटो और अमेरिकानो की अलग कैटेगरी है
लाटे और कैपेचीनो अलग हैं और मोका अलग है.
एस्प्रेसो से शुरू करते हैं. आपने एक कप में 2-3 चम्मच कॉफ़ी पाउडर डाला और उसमें थोड़ा पानी डाला. पूरा कप नहीं भरना है बस 30-35 ml पानी यानी करीब दो सी तीन चम्मच पानी. ये हो गया एस्प्रेसो. एस्प्रेसो को अकेले नहीं पीते हैं. इसे बाकी कॉफ़ी के साथ मिला कर लिया जाता है. जैसे अगर आपको स्ट्रांग कॉफ़ी पसंद है तो आप अपनी कॉफ़ी में एस्प्रेसो का एक्स्ट्रा शॉट डलवा सकते हैं. जैसे अगर आपको स्ट्रांग कैपेचिनो पसंद है तो आप आर्डर करते समय बोल सकते हैं कि आपको एक कैपेचीनो चाहिए एक एक्स्ट्रा शॉट एस्प्रेसो के साथ. इससे आपकी कॉफ़ी थोड़ा और स्ट्रॉन्ग हो जायेगी.
अब बात अमेरिकानो की.. एस्प्रेसो में पानी 30- 35 ml तक होता है तो वहीं अमेरिकनो में पानी की मात्रा ज्यादा होती है और ये कप भरकर डाला जाता है. तो आपको अगर ब्लैक कॉफ़ी पीनी है तो आप एस्प्रेसो नहीं पी सकते क्यूंकि वो काफी स्ट्रांग है लेकिन आप अमेरिकानो पी सकते हैं क्योंकि वो थोडा डायलूट फॉर्म में होता है और आसानी से पिया जा सकता है.
फ्लैट वाइट- अब इसमें थोड़ी सी कॉफ़ी और थोड़ा सा पानी एस्प्रेसो की तरह और बाकी अब इसमें मिला दिया जाए मिल्क तो ये हो जाती है फ्लैट वाइट. यानी एस्प्रेसो में दूध मिला दें तो वो हो गई फ्लैट वाइट और अगर एस्प्रेसो में थोड़ा सा मिल्क फोम मिला दें तो वो हो जाता है माकियाटो. ये एस्प्रेसो के बाद दूसरी सबसे स्ट्रांग कॉफ़ी है.
अब बात लाटे और केपेचीनो की ये दोनों कॉफ़ी एक जैसी ही होती हैं. वो कैसे चलिए ये भी समझ लेते हैं. आपने दो कप्स लिए. उनमें एस्प्रेसो डाला. माने, एक चम्मच कॉफी और दो-तीन चम्मच पानी. उसके बाद एक को ऊपर तक दूध से भर दिया और थोड़ा सा मिल्क फोम डाल दिया. तो बन गई लाटे. ये थोड़ी लाइट कॉफी होती है. वहीं, दूसरे कप में थोड़ा दूध और थोड़ा मिल्क फोम डाला तो वो बन गई केपेचीनो. केपेचीनो लाटे की तुलना में थोड़ी स्ट्रॉन्ग होती है.
अब बात मोका की. मोका भी सेम केपेचीनो जैसी होती है. बस इसमें चॉकलेट सीरप और ऐड कर दिया जाता है. जिन लोगों को कॉफ़ी के साथ चॉकलेट पसंद होती है उनके लिए होती है मोका.
उम्मीद है अगली बार जब आप कॉफी लेने जाएंगे तो आप भारी नाम सुनकर कन्फ्यूज़ नहीं होंगे.
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