'अतीक अहमद अमर रहे' ये नारे, पटना की जामा मस्जिद के बाहर लोगों की भीड़ लगा रही थी. जुमे की नमाज के बाद मस्जिद से बाहर निकली भीड़ एक स्वर होकर अतीक के समर्थन में नारेबाजी कर रही थी. ठीक छह रोज पहले, यानी 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस और मीडिया की पहरेदारी के बीच गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से ही दो घटनाएं सामने आई जब अतीक के समर्थन में लोग नारे लगा रहे थे.