महामहिम: देश का इकलौता राष्ट्रपति, जिस पर गोलियां चलीं
कहानी देश के 7वें राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की.
महामहिम. महामहिम. देश के राष्ट्रपतियों के पॉलिटिकल किस्सों की स्पेशल सीरीज. इस सीरीज में आज हम बात कर रहे हैं देश के 7वें राष्ट्रपति ज्ञानी ज़ैल सिंह की. देश को आजाद हुए 11 महीने बीत चुके थे. लेकिन फरीदकोट में अभी भी रजवाड़ों का शासन चल रहा था. ऐसे में एक नौजवान जो प्रजामंडल चलाता था, कांग्रेस की नीतियां मानता था. उसने सत्याग्रह शुरू कर दिया. बदले में राजा ने उसे गिरफ्तार कर दिया. जुर्माना तो लगाया ही. जेलर से ये भी कहा कि इसके हाथ-पैर बांध दो. पगड़ी खोल दो और इसके बालों को जीप से बांध कर सड़कों पर घुमाओ. वक्त रहते नेहरू ने दखल दिया और उसे छुड़ाया. वक्त रहते नेहरू और पटेल ने दखल दिया और रियासत को भारत में मिलाया. रियासत थी फरीदकोट और नौजवान था ज्ञानी ज़ैल सिंह. जो 25 जुलाई 1982 को देश का राष्ट्रपति बना.