122 साल पुरानी गोदरेज के बंटवारे के पीछे की वजह क्या है?
ताले से शुरुआत करने वाली गोदरेज के सवा लाख करोड़ी कंपनी बनने की पूरी कहानी.
साल 1894. बंबई के दो युवा वकील. एक ने साउथ अफ्रीका में खलबली मचाई. दूसरे ने ईस्ट अफ्रीका के जंजीबार में. दोनों की सोच और सिद्धांत एक. वकालत के पेशे में झूठ का इस्तेमाल नहीं करेंगे. साउथ अफ्रीका की सड़कों पर खलबली मचाई बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी ने. और ईस्ट अफ्रीका के जंजीबार में हलचल थी आर्देशिर गोदरेज की. मोहनदास करमचंद गांधी का किस्सा आपने सबने कई बार पढ़ा-सुना-देखा होगा. आज बात आर्देशिर गोदरेज की. जिनके बनाए गोदरेज समूह में इन दिनों खटपट की खबरें हैं.