किसान नेता राकेश टिकैत की कहानी आखिर क्या है? जिनकी किसान प्रदर्शन के दौरान रुलाई के बाद व्यवस्था ना बिगड़े, बस इस वजह से यूपी पुलिस ने कदम वापिस खींच लिए. जिनकी रुलाई के बाद मुज़फ़्फ़रनगर के सिसौली में उनके गांव पर भीड़ जुट गयी. अगले दिन महापंचायत बुला ली गयी. किसान और समर्थक ट्रैक्टर भर-भरकर पहुंच गए ग़ाज़ीपुर. और लोग ना जुट जाएं, इसके लिए पुलिस को लोहे के तार लगाने पड़े. दिल्ली की सरहद की क़िलेबंदी करनी पड़ी. देखिए वीडियो.
क्या है गाज़ीपुर बॉर्डर पर बैठे राकेश टिकैत की कहानी, जिनके रोने के बाद दिल्ली पुलिस ने कीलें बिछा दीं
यूपी की क़द्दावर बालियान खाप के मुखिया के बेटे हैं.
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