उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल का थाटी डागर गांव. यहां 26 साल के राइफलमैन आदर्श नेगी के परिवार को जब 8 जुलाई की देर रात कठुआ आतंकी हमले में अपने बेटे की मौत के बारे में पहली बार पता चला, तो वे सदमे में थे. तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे आदर्श, सरकारी स्कूल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद 2018 में गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे. ऐसी की कहानी बाकी शहीदों की भी है. क्या है शहीदों की कहानी, जानने के लिए देखिए वीडियो.
कठुआ आतंकी हमले में शहादत देने वाले जवानों की कहानी
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में 8 जुलाई को आतंकियों ने सेना के एक वाहन पर हमला कर दिया. इसमें 5 जवान शहीद हो गए. क्या है इन शहीदों की कहानी?
Advertisement
Add Lallantop as a Trusted Source

Advertisement
Advertisement