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जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने ली समाधि, पीएम मोदी हुए भावुक, जताया शोक

छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में चंद्रगिरि तीर्थ में शनिवार देर रात 2:35 बजे Acharya Vidyasagar Maharaj ने अपना शरीर त्याग दिया. आचार्य पद का त्याग कर तीन दिन से उन्होंने उपवास और मौन धारण कर लिया था.

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जैन आचार्य विद्यासागर महाराज ने 17 फरवरी को 'सल्लेखना' करके देह त्याग दिया. आचार्य के निधन पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आधे दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है. आचार्य विद्यासागर महाराज जैन समाज के सबसे प्रसिद्ध संत थे. आचार्य ज्ञानसागर ने समाधि लेते वक्त अपना आचार्य पद विद्यासागर महाराज को सौंप दिया था. विद्यासागर महाराज महज 26 साल की उम्र में ही आचार्य हो गये थे. आचार्य विद्यासागर महाराज ने अपने जीवन में 500 से ज्यादा लोगों को दीक्षा दी. हाल ही में उनको गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में ब्रह्मांड के देवता के रूप से सम्मानित किया था. विद्यासागर महाराज के बारे में और जानने के लिए देखें वीडियो.
 

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