बुकर प्राइज़. किताबों की दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार. सिनेमा के लिए ऑस्कर्स, म्यूज़िक के लिए ग्रैमी और फ़ैशन के लिए मेट गाला जितना बड़ा इवेंट. International Booker Prize में भारत ने इतिहास बना दिया. लंदन में 25 मई की शाम मूल रूप से हिंदी भाषा में लिखी गई एक किताब को बुकर मिला. किताब का नाम है- टूम ऑफ सैंड, जो कि हिंदी भाषा में लिखे गए उपन्यास ‘रेत समाधि’ का अंग्रेज़ी तर्जुमा है. इसकी लेखिका हैं गीतांजलि श्री. अनुवादक हैं डेज़ी रॉकवेल. दोनों महिलाएं. देखें वीडियो.
बुकर प्राइज़ जीतने वालीं गीतांजलि श्री ने 'टूम ऑफ सैंड' के अनुवाद की ये कहानी सुना दी!
डेज़ी रॉकवेल इस किताब के अनुवादक हैं.
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