अभी तक बादलपुर का नाम सुना था हमने मायावती के कारण. इस गांव से निकलकर मायावती देश की सबसे धाकड़ दलित नेता बनीं. लेकिन अबकी बार किसी और झमेले की वजह से ये गांव खबरों में है. ग्रेटर नोएडा के इस गांव बादलपुर से एक पूरी फैमिली गायब हो गई. मुखिया की लाश मिली गंग नहर में तैरती हुई. पुलिस डिपार्टमेंट अकबकाया हुआ है. बात भी मामूली नहीं है. बादलपुर कोतवाली है. उसी के अंडर में पड़ता है गांव बंबावड़. इस गांव में रहते थे वेदप्रकाश, उनकी बीवी और दो बच्चे. पूरी फैमिली एक अगस्त को गायब हो गई. ये लोग कहां गए, किसी को पता नहीं. न रिश्तेदार जान पाए, न पड़ोसी. बमचक तब मची, जब उनको गायब हुए 6 दिन बीते. और गंग नहर में मिल गई वेदप्रकाश की लाश.
तांत्रिक का किया कांड
वेदप्रकाश के ही गांव का है प्रमोद शर्मा. वैसे उसका पुरनिया घर गाजियाबाद के हसनगंज में है. झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र जैसी चोरकटई का काम करता है. वेदप्रकाश को कुछ बीमारी या फैमिली प्रॉब्लम थी. जिसका इलाज उसने बाबा प्रमोद में पाया. आ गया उसके बहकावे में. प्रमोद ने कहा, राजस्थान में जो बालाजी है, वहां जाना पड़ेगा.

अपनी ऑल्टो में बिठाकर पूरे परिवार को ले गया बालाजी. तारीख 1 अगस्त थी. तब से इनका कोई अता-पता नहीं. फैमिली वाले कह रहे हैं कि हमने उनके गायब होने के एक दिन बाद ही पुलिस से शिकायत की थी. लेकिन कोई कान नहीं दिया. जब 6 तारीख को वेदप्रकाश की लाश मिली, तब जागे. लोग कानाफूसी कर रहे हैं कि मियां-बीवी को मार के फेंक दिया है. और 12 साल की बेटी, 4 साल के बेटे को बांध रखा है.

अब पुलिस खूब जोर लगाए है. हापुड़ और राजस्थान पुलिस की टीमें भेज दी गई हैं. गांव वालों ने NH91 जाम करके नारे-वारे लगाए हैं. किसी को पता नहीं कि बाकी लोग जिंदा हैं कि मर गए.