पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस कंपनी ‘पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस’ (PIA) बिक गई है. पाकिस्तान के ही एक बिजनेसमैन आरिफ हबीब (Arif Habib) ने यह कंपनी 13 हजार 500 करोड़ पाकिस्तानी रुपये में खरीदी है. भारतीय मुद्रा यह रकम करीब 4300 करोड़ रुपये के आसपास बैठती है. दिलचस्प बात यह है कि आरिफ हबीब का भारत के गुजरात से भी कनेक्शन है.
आरिफ हबीब का गुजरात से कनेक्शन क्या है? जिन्होंने पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस खरीद ली
Who is Arif Habib: पाकिस्तान के एक बिजनेसमैन आरिफ हबीब ने Pakistan International Airlines (PIA) खरीदी है. दिलचस्प बात यह है कि आरिफ हबीब का भारत के Gujrat से भी कनेक्शन है.
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जिस कारोबारी समूह (आरिफ हबीब कार्प) ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को खरीदा है. इस समूह के मालिकों की जड़ें भारत से हैं.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, आरिफ हबीब का जन्म कराची में एक मेमन परिवार में हुआ. वे नौ भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं. उनके परिवार की जड़ें भारत के गुजरात के बंटवा शहर से जुड़ी हैं, जहां उनका चाय का कारोबार था. 1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद उनका परिवार अपना बिजनेस छोड़कर पाकिस्तान आ गया. यहीं साल 1953 में जन्म हुआ आरिफ का.
आरिफ हबीब ने 10वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी. उन्होंने कभी कॉलेज या विश्वविद्यालय में पढ़ाई नहीं की. साल 1970 में उन्होंने कराची स्टॉक एक्सचेंज में स्टॉकब्रोकर के रूप में अपना करियर शुरू किया. तब उनकी उम्र कोई 17 साल रही होगी. यहां से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
आरिफ छह बार कराची स्टॉक एक्सचेंज के निर्वाचित अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने ‘आरिफ हबीब ग्रुप’ की स्थापना की, जो वित्तीय सेवाएं, रियल एस्टेट, सीमेंट, उर्वरक, ऊर्जा और इस्पात जैसे क्षेत्रों में इंवेस्ट करता है.
आरिफ की रणनीति सरकारी कंपनियों के निजीकरण के समय उनमें हिस्सेदारी खरीदने की रही है. इसी रणनीति के तहत उनके समूह ने 'पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA)' में भी इंवेस्ट किया है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उनकी अनुमानित संपत्ति करीब 500 मिलियन डॉलर है.
वर्तमान में वे ‘आरिफ हबीब कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ के सीईओ हैं. उन्होंने निजीकरण आयोग, निवेश बोर्ड, टैरिफ सुधार आयोग और प्रतिभूति विनिमय (Securities Exchange) से जुड़ी समितियों में सदस्य के रूप में काम किया. सरकार ने उन्हें कई सार्वजनिक कंपनियों के बोर्ड में नामित किया.
इन सबके अलावा, आरिफ हबीब फातिमिद फाउंडेशन और मेमन हेल्थ एंड एजुकेशन फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं. जो पाकिस्तान में स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और सामाजिक कल्याण से जुड़े काम करता है. उन्हें व्यापार और सामाजिक क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक सितारा-ए-इम्तियाज़ भी शामिल है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की तीन कंपनियों ने PIA को खरीदने के लिए बोली लगाई थी लेकिन पाकिस्तान सरकार ने सबसे महंगी बोली लगाने वाली कंपनी आरिफ हबीब कॉर्प को यह एयरलाइंस बेचने का फैसला किया है.
पिछले करीब 20 साल में पाकिस्तान में प्राइवेटाइजेशन की दिशा में सबसे बड़ा कदम है. इस नीलामी में PIA के 75% शेयर की पेशकश की गई. बोलीदाताओं को यह विकल्प भी दिया गया कि वे 90 दिनों के भीतर शेष 25% शेयर भी खरीद सकते हैं.
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