The Lallantop

अमेरिका भी MDH शिपमेंट लेने से इनकार करने लगा, MTR और रामदेव के मसाले भी लिस्ट में

अक्टूबर 2023 से US के MDH शिपमेंट लेने से इनकार करने के मामले दोगुना हो गए हैं. इसी तरह MTR मसालों के एक्सपोर्ट में 2023 में 1 फीसदी की अस्वीकृति दर देखी गई. वजह साल्मोनेला बैक्टीरिया.

post-main-image
US में MDH शिपमेंट से जुड़े आंकड़ें सामने आए हैं (सांकेतिक फोटो- आजतक)

अमेरिका में मसालों वाले ब्रैंड MDH के एक्सपोर्ट से जुड़ी नई जानकारी सामने आई है (MDH Export Rejected in US). पता चला है कि पिछले छह महीनों में अमेरिका के सीमा शुल्क अधिकारियों ने MDH की तरफ से एक्सपोर्ट हुई शिपमेंट का 31 फीसदी हिस्सा लेने से इनकार कर दिया. वजह साल्मोनेला बैक्टीरिया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2023 से अमेरिका के MDH शिपमेंट लेने से इनकार करने के मामले दोगुना हो गए हैं. US Food and Drug Administration (FDA) के आंकड़ों से पता चला है कि अक्टूबर 2022 और सितंबर 2023 के बीच इनकार की दर 15 प्रतिशत थी. जो कि अब करीब 31 फीसदी हो गई है.

अक्टूबर 2020 से MDH की जिन शिपमेंट को मना किया गया उनकी वजह भी साल्मोनेला ही बताई गई. ये एक ऐसा बैक्टीरिया है जिसके शरीर में पहुंचने से डायरिया, बुखार जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. ये आंतों को भी नुकसान पहुंचा सकता है. खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञ के मुताबिक, अगर कटाई से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग तक साफ सफाई बरती जाए तो साल्मोनेला नहीं पैदा हो सकता.

इसी तरह MTR मसालों के एक्सपोर्ट में वित्त वर्ष 2023 में 1 फीसदी की अस्वीकृति दर देखी गई. इसकी वजह भी साल्मोनेला बैक्टीरिया बताई गई. 2023 में ही अहमदाबाद स्थित रामदेव फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से एक्सपोर्ट किए गए प्रॉडक्ट्स में 2 फीसदी की अस्वीकृति दर देखी गई. 2024 में ये बढ़कर 3 प्रतिशत हो गई है. आधे मामले साल्मोनेला से जुड़े थे.

बता दें हाल ही में हांगकांग ने भारत के दो मशहूर मसाला ब्रैंड एवरेस्ट और MDH पर बैन लगा दिया है. आरोप लगाए कि इन मसालों में 'कीटनाशक' मिले हुए हैं जिनसे कैंसर होने का खतरा है. सिंगापुर ने भी Everest के फिश करी मसाला को अपने बाजार से वापस लेने का निर्देश दिया था.

ये भी पढ़ें- हांगकांग ने Everest, MDH मसालों को बैन किया था, अब भारत में ये एक्शन होने जा रहा है 

FDA ने जनवरी 2022 में MDH के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का निरीक्षण किया था. उसने पाया कि प्लांट में पर्याप्त स्वच्छता सुविधाएं नहीं थीं. देखा गया कि प्लांट के उपकरण और बर्तनों को साफ करने या मेंटेन करने के लिए डिजाइन नहीं किया गया था.

वीडियो: एमडीएच के मसालों की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं