अमेरिका के ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमला करने के बाद ये संकट अब पूरे मिडिल ईस्ट में फैलता नज़र आ रहा है. खबर है कि ईरान ने कतर में अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर हमला किया है. इसके अलावा बहरीन में भी सायरन सुनाई देने की खबर है. मीडिया में ओमान और कुवैत में भी हमलों के दावे किए जा रहे हैं, हालांकि इनकी पुष्टि नहीं की गई है.
कतर के अलावा मिडिल ईस्ट में और कहां-कहां हैं अमेरिकी एयरबेस और सैन्य ठिकाने?
मिडिल ईस्ट के छोटे-बड़े देशों में अमेरिका ने अपने सैन्य ठिकाने स्थापित किए हुए हैं. इनमें सबसे अहम कतर का अल उदीद एयरबेस है. खबर है कि ईरान ने कतर में अमेरिकी एयरबेस पर मिसाइलें दागी हैं.

यहां एक सवाल ये उठता है कि मिडिल ईस्ट में किन देशों में अमेरिका ने अपने सैन्य ठिकाने स्थापित किए हैं. एक नज़र डालते हैं उन देशों पर जहां-जहां अमेरिकी सेना ने अपने पैर पसारे हुए हैं.
कतरदोहा से 20 मील दूर, क़तर के अल वकरा इलाक़े में अल उदीद एयरबेस है. कतर ने ये बेस 1996 में खुद बनाया था. अमेरिकी सेना ने साल 2000 में यहां आना शुरू किया. फिर 2002 में ऑफिशली डिफ़ेंस डील साइन हुई. जनवरी 2024 में अमेरिका-क़तर डील हुई. अगले 10 साल के लिए बेस की मंजूरी मिली.
- पूरे मिडिल ईस्ट में अमेरिका का सबसे बड़ा मिलिट्री अड्डा यही है.
- US एयरफोर्स का पूरा मिडिल ईस्ट कमांड भी यहीं बैठता है. कमांड का मतलब क़रीब 21 मुल्कों की रियल टाइम एयर स्ट्राइक यहीं से कंट्रोल होती है.
- कुल मिलाकर 8 से 10 हज़ार अमेरिकी सैनिक यहां हर वक्त रहते हैं.
- यहां से अफ़ग़ानिस्तान, इराक़, सीरिया, यमन तक ऑपरेशन चलाए गए हैं.
- आज यहां अमेरिका का CENTCOM यानी सेन्ट्रल कमांड का फॉरवर्ड हेडक्वॉर्टर बैठता है.
- यहीं से Combined Air Operations Center (CAOC) भी चलता है.
- यहां का रनवे पूरे खाड़ी में सबसे लंबा है.
- 120 एयरक्राफ्ट एकसाथ खड़े हो सकते हैं.
- अमेरिकी नेवी का फिफ्थ फ्लीट यहीं से ऑपरेट करता है.
- पूरे खाड़ी क्षेत्र, लाल सागर, अरब सागर और हिंद महासागर के हिस्सों की जिम्मेदारी इसी फ्लीट की है.
कुवैत में अमेरिका के तीन बड़े बेस मौजूद हैं.
1. कैम्प आरिफजान- US Army Central का फॉरवर्ड हेडक्वार्टर यहीं है.
2. अली अल समेल एयर बेस- यह एयर बेस इराक बॉर्डर से सिर्फ 40 किमी दूर है. इसे 'The Rock' कहा जाता है.
3. Camp Buehring. इस बेस को 2003 की इराक जंग के वक़्त बनाया गया था.
- Al Dhafra Air Base. यह अबू धाबी के दक्षिण में स्थित है और UAE एयरफोर्स के साथ मिलकर चलता है.
- ISIS के ख़िलाफ़ अमेरिकी मिशन यहीं से काम करता है.
- Jebel Ali Port (दुबई). हालांकि ये बेस नहीं, लेकिन अमेरिका के जहाज़ यहीं लंगर डालते हैं. मिडिल ईस्ट में अमेरिका का सबसे बड़ा पोर्ट है.
- अंबार प्रांत में ऐन अल-असद एयर बेस है.
- यही NATO मिशन और लॉजिस्टिक्स का सेंटर है.
- 2020 में ईरान ने यहीं मिसाइल दागे थे.
- Erbil Air Base. उत्तरी इराक़ के कुर्दिस्तान क्षेत्र में.
- ट्रेनिंग, इंटेलिजेंस, और अमेरिकी फोर्सेज के लॉजिस्टिक्स का सेंटर है.
- रियाद से 60 किलोमीटर दक्षिण में प्रिंस सुल्तान एयर बेस स्थित है.
- यहां US एयर डिफेंस सिस्टम, Patriot और THAAD, तैनात हैं.
- सऊदी सरकार के साथ मिलकर अमेरिका यहीं से एयरक्राफ्ट और मिसाइल डिफेंस ऑपरेट करता है.
- 2024 में अमेरिकी सैनिकों की गिनती 2,321 थी.
- जॉर्डन के अज़राक़ में मुवफ्फाक अल साल्ती एयर बेस है. यह अम्मान से 100 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित.
- अमेरिकी एयरफोर्स की 332nd Air Expeditionary Wing यहीं से काम करती है.
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