मान लीजिए आप किसी कंपनी में काम करते हैं और आपने कंपनी को अपना रेजिग्नेशन लेटर सौंप दिया है. और अब आप कंपनी में अपना नोटिस पीरियड सर्व कर रहे हैं. नोटिस पीरियड सर्व कर चुके लोग ये बात अच्छे से जानते होंगे कि ये समय उनके लिए कितना असहज होता है. सोचिए आपको पता चले कि नोटिस पीरियड के दौरान कंपनी ने आपकी सैलरी में 10 फीसदी का इजाफा किया है, तो ये नोटिस पीरियड आपके लिए कितना आसान हो जाएगा. ऐसा ही कुछ हुआ है अमेरिका में, जहां गोरिल्ला 76 नाम की एक US बेस्ड कंपनी ने अपने यहां नोटिस पीरियड सर्व कर रहे लोगों की सैलरी में दस फीसदी का इजाफा किया है.
ये कंपनी नोटिस पीरियड में 10 परसेंट सैलरी बढ़ा देती है, नौकरी छोड़ने वाले 10 बार सोचेंगे
इस बारे में कंपनी के फाउंडर का पोस्ट वायरल है.

दरअसल, अमेरिका में एक गोरिल्ला 76 नाम की इंडस्ट्रियल मार्केटिंग कंपनी है. जो पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से मैन्यूफैक्चरर इकोसिस्टम में बिजनेस टू बिजनेस(B2B) कंपनियों के साथ काम कर रही है. इस कंपनी में नोटिस पीरियड सर्व कर रहे लोगों की सैलरी को 10 फीसदी बढ़ा दिया जाता है. कंपनी के फॉउंडर जॉन फ्रैंको ने लिंक्डइन पोस्ट पर कंपनी की इस पॉलिसी के बारे में बताया. जॉन लिखते हैं,
'गोरिल्ला में काम करने वाला कोई भी कर्मचारी नई जॉब की तलाश में कंपनी छोड़ने के बारे मे हमें बताता है, तो हम उसकी सैलरी में 10% का इज़ाफा करते हैं, बशर्ते वो एक फुल टाइम एम्पलाई हो और कंपनी में कम से कम छह सप्ताह का नोटिस सर्व कर चुका हो. ये उसे गोरिल्ला में बिताए समय की याद दिलाता रहेगा. हम उसे तीन महीने के अंदर कंपनी छोड़ने के लिए कहते हैं.
फ्रैंको आगे लिखते हैं,
'ये ऐसे लोगों को बढ़ावा देता है, जिन्हें लगता है कि वो फंस गए हैं या वो गलत जगह हैं. ये हमें भी आगे बढ़ने का समय देता है.ये उन दो हफ्तों से काफी बेहतर होता है.'
फ्रैंको ने आखिर में लिखा,
'हम ये बिल्कुल नहीं चाहते कि लोग हमारे यहां से काम छोड़ कर जाएं. मगर ये बेवकूफी ही होगी कि हम सोचें कि वो सब हमारे साथ ही रिटायर होंगे. हमारी कोशिश इस तरीके को आसान बनाने के लिए है.'
फ्रैंको की इस पोस्ट पर 12 हजार से ज्यादा लाइक्स आए हैं और लोगो ने इस पोस्ट को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया भी दी. किसी ने पूछा कि अगर किसी को नई नौकरी ना मिले, तो क्या होगा. और अगर किसी का मन बदल गया और उसने इसी कंपनी में काम करने की इच्छा जाहिर की.


किसी कंपनी में काम कर रहा कर्मचारी, जब कंपनी को अपना इस्तीफा सौंपता है, तो उसे कुछ समय के लिए उस कंपनी में काम करना पड़ता है. ये समय सीमा कंपनी की पॉलिसी पर निर्भर करती है. हर कंपनी के नोटिस पीरियड की समय सीमा अलग होती है. नोटिस पीरियड का नियम इसलिए होता है, ताकि किसी कर्मचारी के नौकरी छोड़कर जाने के दौरान ही कंपनी उसका रिप्लेसमेंट ढूंढ ले, जिससे कंपनी के कामकाज पर असर न पड़े.
(ये स्टोरी हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे आर्यन ने लिखी है.)
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