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UPTET पेपर लीक: बीयर के गोदाम में रखे गए थे छपकर आए पर्चे

अखिलेश ने ट्वीट कर साधा निशाना.

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UPTET पेपर लीक होने के बाद एग्जाम कैंसिल कर दिया गया था. (फाइल फोटो-PTI)
UPTET paper leak  मामले में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. पेपर छापने का ठेका लेने वाली RSM finserv कंपनी के पास इतनी भी जगह नहीं थी कि छपे पेपर को सुरक्षित रखा जा सके. चार अन्य प्रिंटिंग प्रेस से छपकर आए पेपर्स कंपनी के मालिक अनूप प्रसाद ने किराए पर लिए बीयर के गोदाम में रखे थे. आजतक के संतोष शर्मा के मुताबिक, अनूप प्रसाद की RSM फिनसर्व प्राइवेट लिमिटेड, जिसका पता B-2/68 मोहन कोऑपरेटिव एरिया फेस टू बदरपुर नई दिल्ली है, वहां पर इतनी भी जगह नहीं थी कि यूपी टीईटी परीक्षा के लिए छपकर आए 22 लाख पेपर का बंडल रखा जा सके. जिस बिल्डिंग में आरएसएम फिनसर्व का दफ्तर खुला है, उसी के एक हिस्से में बीयर का गोदाम भी खुला था. बताया जा रहा है कि इस बीयर के गोदाम से दिल्ली की कई बीयर शॉप पर सप्लाई होती थी, लेकिन बीते कुछ महीनों से यह बीयर गोदाम खाली चल रहा था. अक्टूबर में जब राय अनूप प्रसाद को टीईटी का पेपर छापने का ठेका मिला तब पेपर रखने के लिए बीयर गोदाम किराए पर ले लिया. खबर सामने आने के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर निशाना साधा. उन्होंने लिखा,
टीईटी परीक्षा का पेपर बीयर के एक गोदाम के पते पर छपना ‘गोपनीय छपाई’ का बड़ा घोटाला है. भाजपा सरकार में तो यूं ही हर बार पेपर ‘लीक’ होगा इसीलिए 2022 में बेरोज़गार सपा की सरकार बना रहे हैं, क्योंकि उन्हें पूरा भरोसा है कि सपा के आने से ही सब कुछ फिर से ‘ठीक’ होगा.
फिलहाल इस मामले में UPSTF ने राय अनूप प्रसाद समेत 36 लोगों को गिरफ्तार किया है.  UPSTF  यह पता लगाने में जुटी है कि यह पेपर किस प्रिंटिंग प्रेस से और किसकी मिलीभगत से लीक हुआ? इससे पहले खबर आई थी कि यूपी के परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) के सचिव संजय उपाध्याय और TET का पेपर छापने वाली कंपनी के बीच एक बड़ी डील हुई थी. इसके बाद संजय उपाध्याय ने बिना टेंडर निकाले ही पेपर छापने का ठेका इस कंपनी को दे दिया था. 23 अक्टूबर को पीएनपी के सचिव संजय उपाध्याय की पेपर छापने वाली कंपनी RSM फिनजर्व के साथ करोड़ों की डील हुई थी. नोएडा के रेडिसन होटल में यह डील खुद संजय उपाध्याय ने RSM फिनजर्व के मालिक राय अनूप प्रसाद के साथ की थी. इसके बाद 26 अक्टूबर को गुपचुप तरीके से बिना कोई टेंडर निकाले ही RSM फिनजर्व को पेपर छापने का ठेका दे दिया गया. यूपी STF के मुताबिक इस ऑर्डर की कुल कीमत 13 करोड़ रुपए थी.

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