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UP पुलिस के सब इंस्पेक्टर बोले- पुलिस से ईमानदार कोई नहीं, पैसे लिए तो काम जरूर करेगी

उन्नाव में तैनात ये सब इंस्पेक्टर एक स्कूल में भाषण दे रहे थे

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सब इंस्पेक्टर उमेश त्रिपाठी
उत्तर प्रदेश का उन्नाव शहर. यहां के एक सब इंस्पेक्टर का वीडियो सामने आया है. जिसमें वह पुलिस की घूसखोरी पर ज्ञान दे रहे हैं. सब इंस्पेक्टर का कहना है कि अगर पुलिस ने पैसे लेकर आपसे कह दिया कि काम हो जाएगा तो पुलिस आपका काम जरूर करेगी. दरोगा का यह वीडियो वायरल होने के बाद जांच के आदेश दे दिए गए हैं. क्या है वीडियो में? सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि सब इंस्पेक्टर उमेश त्रिपाठी माइक लेकर खड़े हैं. उनके पीछे पुलिस की पाठशाला का बैनर लगा है. सब इंस्पेक्टर उमेश त्रिपाठी कहते हैं,
पुलिस से अच्छा कोई विभाग नहीं है. आज भी कोई सबसे ईमानदार है तो वह पुलिस है, अगर पुलिस ने आपसे पैसे ले लिए और कह दिया कि काम करेंगे, तो करेंगे. और किसी भी विभाग में चले जाओ, पैसा ले लेगा और रुला देगा.
उन्नाव के बीघापुर इलाके के एक स्कूल में 'पुलिसिंग की पाठशाला' का आयोजन किया गया था. बताते हैं कि सब इंस्पेक्टर उमेश त्रिपाठी इसी कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने कोरोना काल को याद करते हुए कहा,
आप यहीं देखिए, मास्टर साहब लोग हैं, अपने घर में रहते हैं, पढ़ाते हैं, 6 महीना छुट्टी में कट जाती है, कहीं कोरोना आ गया तो साल भर आएंगे नहीं और हम लोग कोरोना आ गया तो भी ड्यूटी पर थे.
सब इंस्पेक्टर जब ये बातें बोल रहे थे, तब मंच पर मौजूद उनके साथी पुलिस अधिकारी हंस रहे थे. बताया जा रहा है कि वीडियो 10 दिन पहले का है. वीडियो सामने आने के बाद उन्नाव पुलिस की ओर से प्रतिक्रिया आई है. एक ट्वीट पर रिप्लाई में उन्नाव पुलिस ने लिखा,
क्षेत्राधिकारी बीघापुर को संपूर्ण प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया.
लोग क्या कह रहे हैं? इस वीडियो पर कुछ लोगों की प्रतिक्रिया भी आई है. एक यूजर ने लिखा,
"जब पैसे लेकर ही काम करना है, तो सरकार इतनी मोटी तनख्वाह क्यों देती है?"
एक अन्य यूजर ने लिखा,
"पुलिस और पैसे का मधुर संबंध है, लोगों की परेशानी में धन खोजते हैं, यहां तक की कब्जा दिलवाने का ठेका लेते हैं, सुनने में आता है. ईश्वर जाने सच क्या है?"
अभिषेक कटियार नाम के एक यूजर ने लिखा,
"कोई बात नहीं दिल कि बात जुबान पर आ गई. इतनी ईमानदारी तो दिखाई साहब ने.... सही बोला बाकी विभागों में पैसे की और काम कि गारंटी नहीं पर पुलिस विभाग, यह तो है."
वहीं कुछ लोगों ने लिखा कि ऊपर से लेकर सिपाही तक, सब ऐसे ही हैं. वहीं कुछ ने लिखा कि दारोगा मजाक कर रहे थे. इसलिए इस पर बवाल नहीं होना चाहिए.