The Lallantop

मरीज को बचाने के लिए पुलिसवाले ने जो किया, वो देखकर तालियां रुकनी नहीं चाहिए मित्रों!

दिल्ली सरकार की टैगलाइन 'हर जिंदगी बचानी है' को हैदराबाद के पुलिसवाले ने साकार कर दिया.

Advertisement
post-main-image
बाएं से दाएं: ट्रैफिक कॉन्स्टेबल जी. बाब्जी, जिन्होंने दौड़ लगाई. काले घेरे में सड़क पर एंबुलेंस के लिए दौड़ते बाब्जी. (फोटो- आशीष पांडे/ट्विटर- @hydcitypolice)

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें एक कॉन्स्टेबल ट्रैफिक भरी सड़क पर दौड़ते दिख रहा है, उसके पीछे एंबुलेंस चल रही है. कॉन्स्टेबल लगातार ट्रैफिक में फंसी गाड़ियों को हटवाते जा रहा है, और एंबुलेंस के लिए रास्ता बना रहा है. दरअसल, ये वीडियो हैदराबाद का है. वहां कि सिटी पुलिस ने भी इसे अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. कॉन्स्टेबल की तारीफ में कहा-

Advertisement

हर कदम पर लोगों के लिए, आपकी सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है.

Advertisement

'इंडिया टुडे' के आशीष पांडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ट्रैफिक कॉन्स्टेबल का नााम जी. बाब्जी है. और ये वीडियो सोमवार यानी 2 नवंबर की शाम का है. बाब्जी की ड्यूटी उस दिन हैदराबाद के एबिड्स इलाके में लगी थी. वहां शाम के समय सड़क पर ट्रैफिक हो गया. पीछे से एक एंबुलेंस आई. उसमें एक मरीज़ था, जिसे वक्त पर अस्पताल पहुंचाना ज़रूरी था. लेकिन ट्रैफिक के चलते एंबुलेंस को देर हो रही थी.

कॉन्स्टेबल बाब्जी ने ये देखकर एंबुलेंस के ड्राइवर से कहा कि वो आगे दौड़ते जाएंगे, ट्रैफिक हटाते जाएंगे और एंबुलेंस उस रास्ते पर उनका पीछा करते जाए. प्लानिंग के हिसाब से ऐसा ही किया गया. कॉन्स्टेबल बाइक वालों को, ऑटो वालों को पर्सनली बोल-बोलकर रास्ते से हटाते गए. उन्होंने एबिड्स से लेकर कोटी रूट तक दौड़ लगाई. वो तभी रुके जब अगले जंक्शन में एंबुलेंस को क्लीयर ट्रैफिक मिला.

ट्रैफिक कॉन्स्टेबल के इस इंसानियत भरे इस कारनामे को लेकर अब सोशल मीडिया पर उनकी काफी तारीफ हो रही है. कॉन्स्टेबल को नहीं पता था कि एंबुलेंस के अंदर कौन है, न ही वो उस मरीज़ के रिश्तेदार थे, या उससे कोई लेना-देना था, फिर भी उन्होंने उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश की. वाकई ये इंसानियत की मिसाल है.

Advertisement

Advertisement