The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

बेंगलुरुः एयरपोर्ट जाने के लिए करना होगा हेलिकॉप्टर, पइसा कितना लगेगा?

ट्रैफिक जाम को धप्पा देकर, 15 मिनट में पहुंचेंगे एयरपोर्ट.

post-main-image
बेंगलुरु के जाम से परेशान जनता के लिए शुरू हो रही है एयर टैक्सी.

बेंगलुरु. देश का आईटी हब. ये शहर स्टार्टअप के लिए जितना पहचाना जाता है, उतना ही जाम के लिए भी. जाम के चलते शहर का कई बार नाम हुआ है. थोड़ी सी बारिश हो जाए तो कई किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है. अब इसी जाम के निजात देने के लिए एक कंपनी बेंगलुरु में एयर टैक्सी जैसी सर्विस शुरू कर रही है. बेंगलुरु (Bengaluru) में लोगों का सफर आसान करने के लिए अर्बन एयर मोबिलिटी कंपनी हेलिकॉप्टर (Helicopter Ride) से आने जाने की सुविधा शुरू करने जा रही है. ये सर्विस 10 अक्टूबर से शुरू होगी और इसका पहला रूट बेंगलुरु हवाई अड्डे से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बीच तय किया गया है.

ये सुविधा फ्लाई ब्लेड (Fly Blade) कंपनी ने शुरू की है जो कि हंच वेंचर्स और ब्लेड अर्बन एयर मोबिलिटी इंक की एक साझेदारी फर्म है. भारत में छोटी दूरी के हवाई सफर को बेहतर बनाने के लिए फ्लाई ब्लेड ने एयरबस और इव एयर मोबिलिटी के साथ हाथ मिलाया है. मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाई ब्लेड कंपनी एयरबस कंपनी और इव एयर मोबिलिटी के साथ शहर में कार्बन उत्सर्जन को भी कम करने पर काम कर रही है. इसके लिए इलेक्ट्रिक एयर टैक्सीज के इस्तेमाल की बात भी सामने आ रही है. कंपनी जल्द ही गोवा में भी ये सुविधा शुरू करेगी.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले दो साल में कंपनी अपनी सेवाओं का विस्तार 10 राज्यों में करेगी और इसके लिए कंपनी 50 एयरक्राफ्ट लीज पर लेगी. यह कंपनी बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करेगी. इससे लोगों को जाम से भी मुक्ति मिलेगी और उनका काफी समय बचेगा. पहले जहां बेंगलुरु हवाई अड्डे से HAL के लिए दो घंटे लगते थे, हेलिकॉप्टर से वही सफर अब लगभग 12 मिनट में पूरा होगा. इसके लिए एक व्यक्ति का खर्च 3250 रुपये आएगा.

इससे पहले इस एयरलाइन ने मुंबई, पुणे और महाराष्ट्र में शिरडी के बीच अपनी उड़ानें शुरू की थीं. बाद में गोवा और कर्नाटक के लिए सीट के हिसाब से हेलीकॉप्टर सुविधा शुरू की. वैसे आपका इस पूरे मामले पर क्या मानना है? हमें कॉमेंट करके बताइए और ऐसी ही वायरल खबरों के लिए पढ़ते रहिए द लल्लनटॉप. 

यह स्टोरी हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे एहतेशाम ने लिखी है.