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बीच फ्लाइट अचानक यात्री को सांस लेने में दिक्कत हुई, लिवर डॉक नाम से फेमस डॉक्टर ने कैसे बचाई जान?

डॉक्टर एबी X पर 'दी लिवर डॉक' के नाम से फेमस हैं. इस पूरी घटना की जानकारी उन्होंने X पर दी. बताया कि कैसे उन्होंने उस यात्री की जान बचाई.

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पूरी घटना की जानकारी डॉक्टर एबी ने X पर दी, बताया कि कैसे उन्होंने उसकी जान बचाई. (फ़ोटो/सोशल मीडिया)

डॉ. सिरियेक ऐबी फिलिप्स (Dr Cyriac Abby Philips). 14 जनवरी को अकासा की फ्लाइट (Akasa Air flight) से कोच्चि से मुंबई जा रहे थे. बीच फ्लाइट में एक यात्री को सांस लेने में दिक्कत होने लगी. उनकी बॉडी का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया. ब्लड प्रेशर बढ़ गया. डॉक्टर ऐबी ने जब स्टेथोस्कोप से चेक किया तो पता चला कि यात्री के बाएं तरफ के फेफड़े में पानी भरा हुआ था. लेकिन फिर भी डॉक्टर ने उनकी जान बचा दी. डॉक्टर एबी सोशल मीडिया पर 'दी लिवर डॉक' (TheLiverDoc) के नाम से फेमस हैं. इस पूरी घटना की जानकारी उन्होंने X पर दी, बताया कि कैसे उन्होंने उसकी जान बचाई.

डॉक्टर ऐबी ने अपनी पोस्ट में बताया कि उन्होंने कैसे साढ़े तीन साल बाद स्टेथोस्कोप का ढंग से इस्तेमाल किया. वो दिनभर की थकान के बाद फ्लाइट में सोने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन इसी बीच उनके बगल में बैठे हुए यात्री को सांस लेने में दिक्कत होने लगी. उनके आसपास शोर-शराबा होने लगा. उन्होंने देखा कि एयर होस्टेस नेब्युलाइज़र के ज़रिए यात्री को इमरजेंसी इनहेलेशन ट्रीटमेंट देने की कोशिश कर रही थी. लेकिन उनकी कोशिशों के बाद भी उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं था. ऑक्सीमीटर पर उसका ऑक्सीजन लेवल 36% आया. उन्होंने लिखा, 

"वो मुझसे बात करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन ठीक से बोल नहीं पाया. मैंने उससे पूछा कि उसे अस्थमा की बीमारी है क्या? उसने मना कर दिया. मुझे समझ नहीं आया कि उसके पास नेबुलाइजेशन किट कैसे थी? मैंने स्टेथोस्कोप मांगा. मुझे पता चला कि उसके बाएं तरफ के फेफड़े में पानी भरा हुआ था. बीच में आदमी ने मुझे बताया कि उसकी किडनी ख़राब है. मैंने उनसे पूछा कि क्या वह डायलिसिस पर थे? उनका हफ्ते में तीन दिन डायलिसिस होता है. और अगले दिन होना था. उनकी दवाइयां भी कल रात ख़त्म हो गई थीं. मैंने उनका फ़ोन देखना शुरू किया, जिससे उनकी दवाइयों के बारे में पता चल सके. उसमें ज़्यादातर दवाइयां हाई ब्लड प्रेशर की थी.

मुझे समझ नहीं आ रहा था कि आगे क्या होगा. लेकिन मुझे अंदर से महसूस हो रहा था कि मैं ICU में हूं और मुझे जल्दी से फ़ैसला लेना है. बीच फ्लाइट में मैंने उनके राइट साइड वाली नस में डबल पंचर किया. बाद मैंने उन्हें बताया कि अब थोड़ा दर्द होगा और उसे फ्रुजमाइड इंजेक्शन (Frusemide Injection) दिया."

डॉक्टर ऐबी ने आगे लिखा कि एक समय पर वो शख्स उनके कंधे पर सो रहा था. बाद में फ्लाइट से उतरने के बाद उन्होंने मुझसे मेरा नंबर भी मांगा. उसके अगले दिन उनके परिवार ने उन्हें मैसेज किया और बताया कि वो (यात्री) ICU में हैं.

डॉक्टर ऐबी के इस काम की सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है. एक यूजर ने लिखा, 

“बहुत खूब. क्या कहानी है. बधाई एवं थैंक्स.

ऑक्सीजन लेवल 36% था. मैं नहीं जानता था कि इतना कम ऑक्सीजन लेवल होने पर कोई ज़िंदा रह सकता है."

दूसरे यूजर ने लिखा, 

“ये पढ़कर बहुत अच्छा लगा. ग्रेट वर्क डॉक्टर ऐबी.”

और भी बहुत से लोगों ने डॉक्टर ऐबी के काम की तारीफ़ की.

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