प्रचंड जीत के साथ कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री (Telangana CM) के तौर पर शपथ ली। शपथ ग्रहण कार्यक्रम हैदराबाद के एल.बी.स्टेडियम में आयोजित किया गया. इस मौके पर मंच पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन भी मौजूद थे. रेवंत रेड्डी के साथ 11 मंत्रियों ने भी शपथ ली. जिन मंत्रियों ने शपथ ली है, उनके नाम हैं-
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को तो आप जानते हैं, तेलंगाना के मंत्रियों के नाम भी जान लीजिए
रेवंत रेड्डी तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ 11 और मंत्रियों ने भी शपथ ली है. अगर आप इन मंत्रियों के नाम से अब तक रूबरू नहीं हुए हैं तो इस खबर को जरूर पढ़िए.

भट्टी विक्रमार्क- कांग्रेस विधायक और पिछली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण की. मधिरा निर्वाचन क्षेत्र के चार बार के विधायक, मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने अपने कार्यों की बदौलत एक अलग छाप छोड़ी है.
दामोदर राजनरसिम्हा- 5 दिसंबर 1958 को जन्में दामोदर राजनरसिम्हा को राजनीति विरासत में मिली है. उनके पिता भी आंध्र प्रदेश में एमएलए रह चुके हैं. दामोदर 2011 से 2014 तक आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं.
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उत्तम कुमार रेड्डी- हुजूरपुर से चुनाव जीतकर विधायक बने उत्तम कुमार रेड्डी को सीएम पद के दावेदारों में एक माना जा रहा था. वो तेलंगाना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
कोमाटी रेड्डी वेंकट रेड्डी- तेलंगाना के भोंगीर से सांसद वेंकट रेड्डी 1999 से राजनीति में हैं. नालगोंडा विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने कोमाटी रेड्डी वेंकट रेड्डी आंध्र प्रदेश में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं.
पोन्नम प्रभाकर- करीम नगर संसदीय सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके पोन्नम प्रभाकर की गिनती तेलंगाना के दबंग कांग्रेसी नेताओं में की जाती है. लोकसभा चुनावों में दायक हलफनामे में प्रभाकर ने खुद बताया कि उन पर कम से कम 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
दसारी अनुसूइया- मुलुंग विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाली अनुसूइया ने बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ ली है. टीडीपी छोड़कर कांग्रेस में आईं अनुसूइया अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुकी हैं.
श्रीधर बाबू- मंथानी सीट से जीत कर विधायक बने श्रीधर बाबू ने भी रेवंत रेड्डी मंत्रिमंडल में शपथ ली है. 2022 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में भी उनकी अहम भूमिका मानी जाती है.
तुम्मला नागेश्वर राव- खम्मम विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले तुम्मला नागेश्वर राव को भी मंत्री बनाया गया है. तुम्मला चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे.
पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी- महेश्वरम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर तेलंगाना विधानसभा में पहुंचे पोंगुलेटी भी रेवंत मंत्रिमंडल में शामिल हैं.
कोंडा सुरेखा- 58 साल की कोंडा सुरेखा, वारंगल ईस्ट सीट से चुनाव जीतकर एमएलए बनी हैं. इससे पहले वो श्यामपेट और पारकल विधानसभा सीटों की नुमांइदगी भी कर चुकी हैं.
जुपल्ली कृष्णा पोंगुलेटी- नागेश्वर राव की ही तरह जुपल्ली कृष्णा पोंगुलेटी ने भी चुनावों से ठीक पहले बीआरएस छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा. उन्हें परेलू सीट से टिकट मिला, जहां छप्पन हजार वोटों से जीतकर वो विधानसभा पहुंची हैं.
गौरतलब है कि तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल की है. पार्टी ने यहां 119 में से 64 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं बीआरएस 39 पर सिमट गई. जबकि बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत हासिल की है. रेवंत रेड्डी तेलंगाना के दूसरे मुख्यमंत्री बने हैं. एक दशक पहले तेलंगाना राज्य से अस्तित्व में आने के बाद से भारत राष्ट्र समिति प्रमुख के.चंद्रशेखर राव ही मुख्यमंत्री पद पर बने हुए थे. मगर हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने बीआरएस का किला ध्वस्त कर दिया.
वीडियो: BJP का वो 'जायंट किलर,' जिसने KCR और रेवांथ रेड्डी को चुनावी नतीजों में पटक दिया!