कॉमेडी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' कॉन्ट्रोवर्सी में पड़ गया है. शो में मुख्य किरदार है 'जेठालाल' का. उसके पिता हैं 'चंपकलाल जयंतीलाल गाड़ा', जिन्हें शो में सभी 'बापूजी' के नाम से बुलाते हैं. 'बाबूजी' के ही एक डायलॉग से विवाद शुरू हुआ है. हाल ही में दिखाए गए एक एपिसोड में बापूजी का एक डायलॉग था कि मुंबई की भाषा हिंदी है. इसके बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी MNS के लोग भड़क गए. उन्होंने सोशल मीडिया पर शो के निर्माता असित कुमार मोदी को धमकियां भी दे डाली हैं.
'तारक मेहता...' के एक डायलॉग पर MNS इतना नाराज़ क्यों हो गया कि सीधे धमकी दे डाली
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के क्रिएटर ने कहा, 'मैं भारतीय हूं'

क्या था एपिसोड में?
'गोकुलधाम सोसायटी' में रहने वाले लोग नोटिस बोर्ड पर अपनी मातृभाषा में 'आज का सुविचार' लिखने के लिए झगड़ रहे होते हैं. तभी 'बापूजी' आते हैं और बहस को निपटाने के लिए कहते हैं,
'देखो, हमारा गोकुलधाम मुंबई में है और मुंबई की आम भाषा क्या है? हिंदी! इसलिए सुविचार हम हिंदी में लिखते हैं' अगर हमारा गोकुलधाम चैन्नई में होता, तो हम सुविचार तमिल में लिखते.'
एपिसोड के ऑन एयर होने के बाद शो के निर्माताओं को धमकियां मिलने लगीं. MNS के सिनेमा विंग के अध्यक्ष अमेया खोपकर ने सोशल मीडिया पर लिखा,
यही हैं मराठी के मारक मेहता. मनसे इसी नीच प्रवृत्ति का विरोध करती है. मुंबई की भाषा मराठी है. ये इन लोगों को अच्छे से मालूम है. फिर भी शो के मालिकों के बीच जानबूझकर ऐसा दुष्प्रचार चलता रहता है. इनकी मस्ती उतारनी होगी. इन गुजराती कीड़ों की हरकतें रोकनी होंगी. इन शोज में काम करने वाले मराठी कलाकारों को भी ये गलत नहीं लगता है. उन्हें खुदपर शर्म आनी चाहिए.
अगर सब टीवी वाले इस बात से सहमत नहीं हैं कि मुंबई की 'आम भाषा' हिंदी नहीं है, मराठी है, तो महाराष्ट्र के सैनिकों को उनके कानों के नीचे 'सुविचार' लिखना होगा! वो भी मराठी में!
शो के निर्माता असित कुमार मोदी ने इस पूरी कॉन्ट्रोवर्सी पर अपना पक्ष रखा. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि वो भारतीय हैं और सारी भाषाओं का सम्मान करते हैं.
Video : अभिषेक बच्चन ने ट्रॉफीज़ ज़मीन पर सजाई, और ऐश्वर्या का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा