पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया है. शहबाज एक ही लाइन में कश्मीर और गाजा का मुद्दा उठाते नजर आए. ये बयान दिया भी उन्होंने ब्रिटेन में. शहबाज ने कहा कि कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध सामान्य नहीं हो सकते. उन्होंने कश्मीर की तुलना गाजा से करते हुए कहा कि दोनों जगहों की मानवीय त्रासदियों को नजरअंदान नहीं किया जा सकता.
'कश्मीर के हल के बिना रिश्ते नहीं सुधरेंगे', शहबाज शरीफ इंग्लैंड में कश्मीर और गाजा को साथ जोड़ने लगे
Shehbaz Sharif का कहना है कि India-Pakistan ने चार युद्ध लड़े हैं, जिनमें अरबों डॉलर खर्च हुए. अगर ये युद्ध नहीं होते, तो इन पैसों का इस्तेमाल दोनों देशों के लोगों के विकास और समृद्धि के लिए खर्च होते.


इंडिया टुडे के इनपुट के मुताबिक, 21 सितंबर को लंदन में प्रवासी पाकिस्तानी समुदाय को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा,
दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) ने चार युद्ध लड़े हैं. जिनमें अरबों डॉलर खर्च हुए. अगर ये युद्ध नहीं होते, तो इन पैसों का इस्तेमाल दोनों देशों के लोगों के विकास और समृद्धि के लिए खर्च होते. ये हमारे ऊपर है कि हमें अमन से रहना है या झगड़कर. अगर आप चाहें, तो आप भी अपनी खुशहाली और तरक्की के लिए काम कर सकते हैं. लेकिन मैं समझता हूं कि इसके लिए कश्मीर का मसला हल होना एक बुनियादी चीज है. इसके बिना दोनों देशों के रिश्ते नहीं सुधर सकते.
इस दौरान शहबाज शरीफ ने यहां तक कह दिया कि ‘कश्मीरियों का खून व्यर्थ नहीं जाएगा.’ बाद में उन्होंने गाजा में चल रहे संघर्ष पर भी बात की. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन के अंदर 64,000 हजार लोगों की जान चली गई, लोगों को खाने-पीने की चीजों के साथ दवाइयां भी नहीं मिल रही.
पाकिस्तान अक्टूबर गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों के लिए उसकी लगातार आलोचना करता रहा है. पाकिस्तान तो कश्मीर को अपना हिस्सा बताता रहा है. जबकि भारत हमेशा से उसके इस दावे को खारिज करता रहा है. भारत दुनियाभर के अलग-अलग मंचों पर दोहराता रहा है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री भारत के साथ शांति की बात तो कर रहे हैं लेकिन वो शायद यह भूल गए कि 6 महीने पहले पहलगाम में उन्हीं के देश से आंतकी आए थे जिन्होंने आतंकी हमले में 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इस हमले के बाद कड़ी कार्रवाई करते हुए भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया. फिर ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों को तबाह किया.
भारत ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते. यह कहना गलत नहीं होगा कि दोनों देशों के बीच संबंध अपने सबसे निम्नतर स्तर पर हैं.
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