यूपी में एक मंत्री महोदय ऑडियो टेप में कथित तौर पर गरियाते हुए पकड़े गए हैं. उत्तर प्रदेश 'दारू' कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन कुलदीप उज्ज्वल ने फोन पर DPRO, CDO और DM को जम के गरियाया. सब रिकॉर्ड हो रहा था. 3 मिनट 51 सेकंड के ऑडियो में कुलदीप 8 बार 'औकात', 5 बार 'शर्म', 2 बार 'तांडव' और 1 बार 'ताक़त' का इस्तेमाल किया है. https://www.youtube.com/watch?v=OP4fP0KcSM4&feature=youtu.be राज्य मंत्री की हैसियत रखने वाले कुलदीप DPRO (डिस्ट्रिक्ट पंचायती राज ऑफिसर) सर्वेश कुमार पांडेय को हड़का रहे हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने ही यह ऑडियो रिकॉर्ड कर लिया. शुरू में अपनी ताक़त बताकर सब सेट करते हैं. उसके बाद अफसरों को शर्म ना आने पर झिड़कते हैं. कहते हैं मैं छात्र नेता रहा हूं. सब आता है मुझे. डीएम को कुत्ता बोलते हैं. फिर लगे हाथ तांडव में अपनी महारत भी बता देते हैं. कुछ देर बाद ऐसा लगता है जैसे गालियां खूब फूट के निकलने वाली हैं पर सिर्फ बहन की गाली दे के अपनी 'सच्चाई और ईमानदारी' पर आ जाते हैं. 'अपने' दो लोगों के ग्राम-सचिव पद पर ट्रान्सफर-पोस्टिंग के लिए कहा था इन्होंने. अफसरों ने इस सच्चाई और ईमानदारी पर ध्यान ही नहीं दिया. 2017 के विधानसभा चुनाव में बागपत से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हैं कुलदीप. मतलब अब तो अफसरों को उनकी चाकरी करनी ही चाहिए. पर ये कमबख्त उनकी बात मानते ही नहीं. बाद में पता चला कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुलदीप को बर्खास्त कर पार्टी से बाहर कर दिया.

समाजवादी पार्टी पहले ही 'गुंडई' के मामलों में घिरी हुई है. पर इस ऑडियो में इससे भी बुरा कुछ है. अफसर कुलदीप की बात सुन रहा है. माननीय भी कहता है. क्योंकि कुलदीप बालू खनन में भ्रष्टाचार की बात भी करते हैं. ऑडियो सुन के लग तो रहा है कि कुछ जबरदस्त गड़बड़ है. पर अभी तक ये क्लियर नहीं है कि कुलदीप उज्ज्वल को अखिलेश यादव ने डीएम को गाली देने के लिए हटाया है या बालू-खनन की बात खोदने के लिए. डीएम वाली बात तो कोई गंगा में भर-अंजुरी पानी लेकर कहे तो भी ना मानूं मैं. ये तो 'माननीय विधायक' जी लोगों की प्यार भरी भाषा है.
बालू-खनन वाली बात टच कर गई होगी.
यह खबर टीम 'दी लल्लनटॉप' से जुड़े ऋषभ ने लिखी है.