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रूस में ISIS का बमबाज अरेस्ट, 'पैगंबर के अपमान' के बदले BJP के नेताओं को उड़ाने वाला था!

टेलीग्राम के जरिए आतंकी हमले का प्लान बनाया था.

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बाईं तरफ. रूस में पकड़ा गया ISIS आरोपी. (फोटो: सोशल मीडिया)

रूस (Russia) द्वारा हिरासत में लिए गए इस्लामिक स्टेट (ISIS) के एक आतंकी ने वीडियो पर यह स्वीकार किया है कि वो 'पैगंबर के अपमान' का बदला लेने के लिए भारत में धमाके करने की फिराक में था. रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) की तरफ से जारी वीडियो में ये देखा जा सकता है कि आत्मघाती हमलावर भारत से बदला लेने की अपनी योजना बता रहा है.

इंडिया टुडे से जुड़ीं गीता मोहन की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस की FSB ने एक बयान जारी कर कहा, 

'रूसी संघ की एफएसबी ने मध्य एशियाई क्षेत्र के एक देश के मूल निवासी को हिरासत में लिया है, जो रूस में प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ा हुआ है. उसने भारत के सत्ताधारी दल के एक प्रतिनिधि को निशाना बनाने की योजना बनाई थी.'

एजेंसी के मुताबिक आरोपी व्यक्ति अप्रैल से जून के बीच तुर्की में था और इसी दौरान आतंकी संगठन आईएस ने उसे आत्मघाती हमलावर के रूप में हायर किया था. उन्होंने टेलीग्राम के जरिए इसकी योजना बनाई थी और इस्तांबुल में मुलाकात थी.

आरोपी शख्स ने वीडियो में कहा, 

'इसी साल मैं रूस गया था, जहां से मुझे भारत के लिए निकलना था. भारत में उन्हें मुझसे मुलाकात करनी थी और पैगंबर मुहम्मद का अपमान करने के लिए इस्लामिक स्टेट के आदेश पर आतंकी हमले के लिए सभी जरूरी सामान मुहैया कराना था.'

शख्स ने आगे कहा, 

'पैगंबर मोहम्मद का अपना करने के चलते आईएस के इशारे पर आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए मुझे सभी जरूरी सामान मुहैया कराए जाने थे.'

आरोपी व्यक्ति ने वीडियो में बताया कि उसका नाम आज़मोव है और उसका जन्म 1992 में हुआ था. अप्रैल 2022 में युसुफ ताजिके नामक व्यक्ति ने उसे आतंकी संगठन में शामिल किया था.

एजेंसी की तरफ से कहा गया कि आतंकवादी ने इस्लामिक स्टेट के प्रति निष्ठा की कसम ली है. एजेंसी ने आगे बताया,

'इसके बाद उसे सभी दस्तावेजों के साथ रूस से भारत निकलना था और वहां उसे एक हाई-प्रोफाइल आतंकी हमले को अंजाम देना था.'

इस मामले में अभी और अपडेट का इंतजार किया जा रहा है. रूस ने अभी तक 57 सेकंड का वीडियो जारी किया है. इधर भारत ने ISIS को लेकर चिंता जाहिर की है और पिछले हफ्ते ही डिप्टी एनएसए विक्रम मिश्री ने उज्बेकिस्तान में एससीओ एनएसए की बैठक में इस पर चिंता व्यक्त की थी.

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