उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमत्री रहे एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था.

रोहित तिवारी 'बॉयलॉजिकल फादर' नारायण दत्त तिवारी के साथ (फाइल फोटो)
साल 2017 में एनडी तिवारी ने बेटे रोहित शेखर तिवारी के साथ बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. उस समय चर्चा चली कि बेटे का फ्यूचर बनाने के लिए उन्होंने 53 साल बाद कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया था. रोहित शेखर ने पिता एनडी तिवारी से कानून लड़ाई लड़ी थी. कई साल केस चलने के बाद एनडी ने रोहित को अपना बेटा माना था.
एनडी तिवारी को 'बॉयलॉजिकल फादर' घोषित करने के लिए 2008 में रोहित शेखर ने कोर्ट में मुकदमा किया. कोर्ट के निर्देश पर एनडी का डीएनए टेस्ट कराया गया., जो उनके बेटे रोहित से मैच कर गया. 27 जुलाई, 2012 को कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का रिजल्ट देखने के बाद फैसला रोहित शेखर के पक्ष में दिया था.

22 मई, 2014 को यूपी की राजधानी लखनऊ में नारायण दत्त तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से विवाह भी कर लिया था.
उस वक्त कोर्ट ने कहा था कि नारायण दत्त तिवारी रोहित के 'बॉयलॉजिकल फादर' हैं और उज्जवला शर्मा 'बॉयलॉजिकल मदर'. आखिरकार 3 मार्च, 2014 को तिवारी ने यह बात मान ली की वह रोहित के 'बॉयलॉजिकल फादर' हैं. इसके बाद 22 मई 2014 को यूपी की राजधानी लखनऊ में नारायण दत्त तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से शादी कर ली थी. इस विवाह के समय उनकी उम्र 89 साल थी. 2016 में रोहित ने अपूर्वा शुक्ला से शादी की थी. मूल रूप से इंदौर की रहने वाली अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं. रोहित पिता के साथ ही रहते थे. लंबी बीमारी के बाद अक्टूबर, 2018 में एनडी तिवारी की मृत्यु हो गई थी.
रैली में भीड़ नहीं जुटी तो रो पड़ीं लालगंज से भाजपा सांसद नीलम सोनकर