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ब्राजील की सड़कों पर बिछी लाशें, ड्रग माफिया पर पुलिसिया कार्रवाई में 60 संदिग्ध मारे गए

Rio de Janeiro violence: जिस गुट के खिलाफ ये ऑपरेशन चलाया जा रहा है, उसका नाम 'Comando Vermelho' है. इन्हें 'रेड कमांडो' भी कहा जाता है. इस माफिया गिरोह की शुरुआत 70 के दशक में हुई थी. लेकिन आज ये गुट Drug Trafficking के मामले में सबसे बड़ा नेटवर्क बन गया है.

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पुलिस द्वारा लगातार ड्रग तस्करी के आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है (PHOTO-AP)

ब्राजील की राजधानी रियो डी जनेरियो की सड़कों पर 28 अक्टूबर को जबरदस्त खून-खराबा हुआ. ये हिंसा तब शुरू हुई जब पुलिस ने ड्रग तस्करों के खिलाफ अपना अभियान शुरू किया. इस मुठभेड़ में अब तक 60 संदिग्ध और 4 पुलिसवाले मारे जा चुके हैं. साथ ही अब तक 81 संदिग्धोंों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

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अधिकारियों ने बताया कि 28 अक्टूबर को रियो डी जनेरियो में ब्राजील के लगभग 2,500 पुलिस और सैनिकों ने एक ड्रग-ट्रैफिकिंग गैंग पर बड़ा छापा मारा. छापे के दौरान 81 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया. इस दौरान काफी गोलीबारी हुई जिसमें कम से कम 60 संदिग्ध और चार पुलिस अधिकारी मारे गए. पुलिस ने बताया कि इस ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर और बख्तरबंद गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया. ऑपरेशन में कॉम्प्लेक्सो डी एलेमाओ और पेन्हा के बड़े गरीब इलाकों में कुख्यात गिरोह ‘रेड कमांडो’ को निशाना बनाया. यह पुलिस ऑपरेशन ब्राजील के हाल के इतिहास में सबसे हिंसक ऑपरेशनों में से एक था. यही वजह है कि मानवाधिकार संगठनों ने इस दौरान हुई मौतों की जांच की मांग की है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अगले एक हफ्ते बाद, रियो में क्लाइमेट चेंज से निपटने वाले मेयरों का C40 ग्लोबल समिट और प्रिंस विलियम का अर्थशॉट प्राइज जैसे कार्यक्रम होने हैं. इसमें पॉप स्टार काइली मिनोग और चार बार के फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैंपियन सेबेस्टियन वेट्टल जैसी हस्तियां भी आएंगी. यह सारे कार्यक्रम COP30 की तैयारी का हिस्सा है, जो 10 नवंबर से 21 नवंबर तक अमेजन शहर बेलेम में होने वाला यूनाइटेड नेशंस का क्लाइमेट समिट है. इस पूरे ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए रियो के गवर्नर क्लॉडियो कास्त्रो ने बताया

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मैं रियो डी जनेरियो में अपराध के खिलाफ लड़ाई में इस ऐतिहासिक दिन पर करीब से नजर रख रहा हूं. मैंने अभी-अभी अपने राज्य के लिए एक जरूरी फैसला लिया है, जो हमें इस लड़ाई में अगले कदम तय करने में मदद करेगा.

हेलीकॉप्टर्स और ड्रोन चले, युद्ध जैसा नजारा

पुलिस ने ये ऑपरेशन इतने बड़े पैमाने पर चलाया कि इसमें हेलीकॉप्टर और बख्तरबंद गाड़ियों को ऑपरेशन में शामिल किया गया. पुलिस ने जहां तस्करों पर हेलीकॉप्टर से हमला किया, वहीं तस्करों ने भी पुलिस को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया है.  ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने 75 से अधिक राइफलें और लगभग 200 किलोग्राम कोकीन जब्त की है. इसके अलावा पुलिस को बड़ी मात्रा में कैश मिलने की खबरें सामने आई है.

रेड कमांडो - सबसे कुख्यात गिरोह 

जिस गुट के खिलाफ ये ऑपरेशन चलाया जा रहा है, उसका नाम 'Comando Vermelho' है. इन्हें 'रेड कमांडो' भी कहा जाता है. इस माफिया गिरोह की शुरुआत 70 के दशक में हुई थी. तब जेल में बंद कई सारे राजनीतिक कैदियों ने मिल कर एक समूह बनाया था. लेकिन आज ये गुट ड्रग्स के मामले में सबसे बड़ा नेटवर्क बन गया है. इस ऑपरेशन के दौरान ब्राजील की सड़कों पर जबरदस्त हिंसा हुई. ऐसा लग रहा था मानो रियो में कोई युद्ध चल रहा हो.

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UN के इवेंट से पहले पुलिस का क्रैकडाउन

यहां एक सवाल उठ रहा है कि ब्राजील पुलिस अचानक से ऐसी कार्रवाई क्यों करने लगी? जबकि रेड कमांडो जैसे गिरोह तो सालों से सक्रिय हैं. तो ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि रियो में COP30 (संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन) से जुड़े कई जरूरी इवेंट्स होने वाले हैं. नवंबर के पहले सप्ताह में रियो में C40 ग्लोबल मेयर्स समिट और ब्रिटेन के प्रिंस विलियम अर्थशॉट प्राइज प्रोग्राम भी होने वाला है. इस कार्यक्रम को COP30 से पहले आयोजित होने वाले प्री-इवेंट के रूप में जाना जाता है. यही वजह है कि आयोजन से पहले शहर की सुरक्षा को पुख्ता करने और ड्रग्स का प्रभाव रोकने के लिए पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है.

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