आंध्र प्रदेश की एलुरु सिटी. यहां5 दिसंबर की रात करीब 292 लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद इन सभी को एलुरु सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इन लोगों को सिरदर्द, उल्टी, चक्कर और घबराहट की शिकायत हुई. ये सभी एलुरु की नॉर्थ स्ट्रीट, साउथ स्ट्रीट, अरुणधतीपेट, अशोक नगर इलाकों के रहने वाले थे.
आंध्र प्रदेश के इस शहर में अचानक बिगड़ी 292 लोगों की तबीयत, एक की मौत
लोगों को सिरदर्द, उल्टी, चक्कर और घबराहट हुई, जिसके बाद अस्पताल भर्ती कराया गया.

'इंडिया टुडे' के आशीष पांडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 292 लोगों में 46 बच्चे और 76 महिलाएं भी शामिल हैं. इनमें से सात को बेहतर इलाज के लिए विजयवाड़ा के अस्पताल रेफर किया गया. इनमें 45 बरस का एक आदमी भी शामिल था, जिसे घबराहट और मिरगी की शिकायत हुई थी, उसे नहीं बचाया जा सका.
करीब 140 लोगों को इलाज के बाद हालत में सुधार आने के बाद डिस्चार्ज भी कर दिया गया है. वहीं बाकियों का इलाज चल रहा है. डॉक्टर्स का कहना है कि सभी की हालत स्थिर है.
क्या है तबीयत बिगड़ने का कारण?
शुरुआती रिपोर्ट्स में ये कहा जा रहा है कि दूषित पानी की वजह से तबीयत बिगड़ी है, हालांकि अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई साफ कारण नहीं बताया गया है. एलुरु सरकारी अस्पताल के सुपरिटेंडेंट, डॉक्टर मोहन का कहना है कि लोगों के अचानक बीमार होने का कारण अभी साफ नहीं हुआ है.
एलुरु के नॉर्थ स्ट्रीट इलाके में हेल्थ अधिकारियों ने दौरा किया, वहां से पानी और ब्लड सैंपल्स इकट्ठा किए, ताकि बीमारी के कारण का पता लगाया जा सके. वहीं स्थानीय प्रशासन प्रभावित इलाकों में मेडिकल टेस्ट भी कर रहा है. डिप्टी सीएम और राज्य के हेल्थ मिनिस्टर अल्ला कालिकृष्णा श्रीनिवास भी एलुरु सरकारी अस्पताल पहुंचे और बीमार हुए लोगों से बातचीत की. उनका कहना है कि डॉक्टर्स अभी तबीयत बिगड़ने के कारण का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. आगे कहा कि हालात कंट्रोल में हैं और ज़रूरतमंद लोगों को मेडिकल हेल्प मुहैया कराई जा रही है. लोगों की हेल्थ के बारे में जानकारी लेने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे कराया जा रहा है.
हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि मरीज़ों के ब्लड सैंपल्स भी टेस्टिंग के लिए भेजे गए थे, कोई वायरल इन्फेक्शन डिटेक्ट नहीं हुआ है. ये भी बताया कि मरीज़ों का कोरोना टेस्ट भी करवाया गया, सभी की रिपोर्ट्स निगेटिव आई हैं.
आंध्र प्रदेश सीएम वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने भी घटना की जानकारी मांगी और अधिकारियों को आदेश दिया है कि ज़रूरतमंदों को सभी मदद मुहैया की जाए.
इधर TDP के चीफ और राज्य के पूर्व सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू ने YSRCP की सरकार पर आरोप लगाए कि उन्होंने लोगों की सेहत को 'नज़रअंदाज' किया, जिसकी वजह से तबीयत बिगड़ी.