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जयंत चौधरी ने लखीमपुर खीरी जाने का ऐसा तरीका निकाला कि यूपी पुलिस ढूंढती रह गई!

जयंत चौधरी ने ट्वीट करके क्या कहा?

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लखीमपुर जाने के लिए पुलिस की व्यवस्था तोड़ पैदल निकले जयंत चौधरी.
लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद कई पार्टियों के नेता वहां जाने की कोशिश कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह आदि को उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में लिया है. लेकिन राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी की लखीमपुर यात्रा जारी है. ऐसा उन्होंने एक वीडियो रीट्वीट करते हुए दावा किया है. उन्होंने लिखा-
मैं अभी भी रास्ते में हूँ!
वीडियो में वह मुंह पर कपड़ा बांधे पैदल चलते नज़र आ रहे हैं. वीडियो के ऊपर लिखा है-
किसानों के पास जाने से चौधरी जयंत सिंह को कौन रोक देगा!
इससे पहले, जयंत और उनके साथी हापुड़ के ब्रजघाट टोल प्लाजा पर पुलिस बल को चकमा देकर आगे निकल गए थे. पुलिस के रोकने पर उन्होंने दौड़ लगा दी थी. जयंत चौधरी अपने पिता अजित सिंह की मौत के बाद राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. उनके दादा चौधरी चरण सिंह देश के प्रधानमंत्री रहे थे. जयंत खुद भी साल 2009 से 2014 तक मथुरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे हैं. विपक्षी दलों के नेता लखीमपुर जाने के लिए तरह-तरह की कोशिशें कर रहे हैं, लेकिन यूपी पुलिस ने तगड़े इंतजाम कर रखे हैं. लखनऊ में समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने के लिए आवास से निकले, लेकिन पुलिस ने उनको 100 मीटर दूर ही रोक लिया. इसके बाद अखिलेश सड़क पर धरने पर बैठ गए. वहां मौजूद SP कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया. पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया गया. अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव भी पुलिस बल को चकमा देकर अपने घर के पीछे की तरफ बनी बाउंड्री फांदकर निकल गए. हालांकि लखनऊ में ही इंजीनयरिंग कॉलेज चौराहे के पास उन्हें हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी लखीमपुर जाने के लिए निकलीं. रात भर पुलिस को छकाने के बाद सुबह लगभग 5:30 बजे हरगांव थाना क्षेत्र में प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को भी सीतापुर में रोक लिया गया. ये नेता 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुए बवाल में मारे गए किसानों के प्रति संवेदना जताने के लिए वहां जाना चाहते थे.  लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में डिप्टी सीएम केशव मौर्य का प्रोग्राम होना था. किसान वहां काले झंडे दिखाने पहुंच गए. किसानों का आरोप है कि लखीमपुर खीरी के सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष उर्फ मोनू मिश्रा ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ियों से रौंद दिया. इससे गुस्साए किसानों ने तीन गाड़ियों में आग लगा दी. इस पूरे मामले में 8 लोगों की मौत हो गई. फिलहाल पुलिस ने मोनू मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही 13 अन्य लोगों के खिलाफ बलवा और साजिश रचने का मामला भी दर्ज हुआ है.