पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कतर ने भारतीय राजदूत को तलब किया. न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, कतर के विदेश मंत्रालय ने भारतीय राजदूत डॉक्टर दीपक मित्तल को एक आधिकारिक नोट दिया. इस नोट में कतर ने भारत की सत्ताधारी पार्टी से जुड़ी एक ऑफिसियल की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी पर निराशा जताई और इसकी निंदा की. साथ ही साथ कतर के विदेश मंत्रालय ने भारत की सत्ताधारी पार्टी की तरफ से इस तरह की गतिविधियों में शामिल अपने नेताओं को सस्पेंड करने के कदम का स्वागत किया. इस नोट में ये भी कहा गया कि पूरी दुनिया में दो अरब से ज्यादा मुसलमान पैगंबर मोहम्मद की शिक्षाओं का पालन करते हैं और इस तरह के अपमानजनक बयानों से धार्मिक घृणा को बढ़ावा मिलेगा.
पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर कतर हुआ नाराज, भारतीय राजदूत बोले- एक्शन हो गया, सरकार के विचार ऐसे नहीं
कतर की तरफ से कहा गया कि पूरी दुनिया में दो अरब से ज्यादा मुसलमान पैगंबर मोहम्मद की शिक्षाओं का पालन करते हैं और इस तरह के अपमानजनक बयानों से धार्मिक घृणा को बढ़ावा मिलेगा.

इधर कतर स्थित भारतीय दूतावास के तरफ से कहा गया कि भारत के राजदूत ने कतर के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान भारत में एक रिलीजियस पर्सैनिलिटी के प्रति किए गए कुछ अपमानजनक ट्वीट्स की चर्चा हुई. भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया,
"भारत के राजदूत ने कहा कि इस तरह के ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. ये फ्रिंज एलिमेंट्स के ट्वीट हैं. हमारी सभ्यतागत विरासत और विविधिता में एकता की मजबूत सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप भारत सरकार सभी धर्मों को सम्मान देती है और इस तरह के अपमानजक बयान देने वालों के खिलाफ पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है."
भारतीय दूतावास की तरफ से आगे कहा गया कि निहित उद्देश्यों के तहत इन अपमानजनक टिप्पणियों का प्रयोग लोगों को भड़काने में किया जा रहा है. ऐसे उद्देश्य भारत और कतर के संबंधों के खिलाफ हैं और दोनों देशों को मिलकर इनका मुकाबला करना चाहिए.
ये पूरा घटनाक्रम तब सामने आया है जब भारतीय जनता पार्टी ने 5 जून को अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया और साथ ही साथ दिल्ली मीडिया इनचार्ज नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निकाल दिया. जहां एक तरफ नूपुर शर्मा पर एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप लगे थे, वहीं नवीन कुमार जिंदल पर इस तरह के ट्वीट करने के आरोप लगे.
Nupur Sharma क्या बोलीं?इधर सस्पेंड होने पर प्रतिक्रिया देते हुए नूपुर शर्मा ने कहा कि उनके सामने लगातार उनके आराध्य महादेव शिव का अपमान किया जा रहा था. उन्होंने गुस्से में आकर कुछ बातें कह दीं. नूपुर ने आगे कहा कि अगर उनकी बातों से किसी को दुख पहुंचा हो, तो वो अपने शब्द वापस लेती हैं. वहीं नवीन कुमार जिंदल ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाएं आहत करना नहीं था.
इन दोनों सदस्यों पर एक्शन से पहले बीजेपी की तरफ से एक प्रेस रिलीज भी जारी की गई थी. इसमें कहा गया था कि पार्टी किसी भी धर्म के पूजनीयों के अपमान के खिलाफ है और सभी धर्मों के सम्मान करती है.
वीडियो- BJP प्रवक्ता ने पैगंबर पर ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी की. फिर कहा- “रेप-कत्ल की धमकियां मिल रहीं”