प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फरवरी को ‘अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया. इसमें सिक्किम का पहला रेलवे स्टेशन ‘रंगपो रेलवे स्टेशन’ भी शामिल है, जिसका कायाकल्प होगा. यहां आधुनिक यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी. PM मोदी ने बताया कि सिक्किम के रंगपो रेलवे स्टेशन पर स्थानीय वास्तुकला का प्रभाव दिखेगा. इस रेलवे स्टेशन से न सिर्फ स्थानीय लोगों और यात्रियों को फायदा होगा, बल्कि चीन के साथ लगने वाली सिक्किम की सीमा पर भारत की सैन्य स्थिति को मजबूती मिलेगी.
सिक्किम का पहला रेलवे स्टेशन जल्द शुरू होगा, चीन सीमा पर सुरक्षा के लिहाज से कितना अहम?
PM मोदी ने सिक्किम के इस पहले रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास किया. जानिए भारतीय रक्षा बलों के लिए कितना मददगार होगा ये रेल प्रोजेक्ट.

सिक्किम का रंगपो स्टेशन, 45 किलोमीटर लंबी सिवोक-रंगपो रेल प्रोजेक्ट का हिस्सा है. ये रेल नेटवर्क चीन सीमा के करीब गंगटोक और नाथू ला क्षेत्र से होकर गुजरेगा. इसलिए ये रेल प्रोजेक्ट सिक्किम-चीन सीमा पर भारत की रक्षा तैयारियों के लिहाज से काफी अहम है. इस रेल प्रोजेक्ट को साल 2008 में मंजूरी मिली थी. हालांकि, भूमि अधिग्रहण में वक्त लगने और अन्य वजहों से प्रोजेक्ट में देरी हुई.
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इंडिया टुडे की मिलन शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, रंगपो रेलवे स्टेशन का काम तीन फेज में पूरा किया जा रहा है. पहले फेज में सिवोक से रंगपो तक, दूसरे फेज में रंगपो से गंगटोक तक और तीसरे फेज में गंगटोक से नाथुला तक रेल लिंक तैयार किया जाएगा.
भारतीय रक्षा बलों को क्या फायदा होगा?पहले फेज में सिवोक-रंगपो रेल प्रोजेक्ट का काम पूरा होने से न केवल चीन की सीमा से लगे सिक्किम में कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि देश के लिए राष्ट्रीय रक्षा एजेंडे को भी बढ़ावा मिलेगा. सिवोक-रंगपो रेल लिंक भारतीय सेना और रक्षा बलों के लिए रणनीतिक महत्व रखता है.
यहां रेलवे कनेक्टिविटी बढ़ाने से सैन्य रसद पर सीधा असर पड़ेगा. इस लाइन के तैयार होने से बॉर्डर तक भारी सैन्य उपकरणों और हथियारों को पहुंचाने में आसानी हो जाएगी. इससे सेना को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा और इमरजेंसी स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने में मदद मिलेगी.
सिवोक-रंगपो रेल रूट के बारे मेंलगभग 45 किलोमीटर लंबा ये रेलवे लिंक पश्चिम बंगाल के सिवोक से शुरू होता है और सिक्किम के रंगपो पर समाप्त होता है. इस रूट पर 5 स्टेशन होंगे. तीन पश्चिम बंगाल में सिवोक, रियांग और तीस्ता बाजार. दो रेलवे स्टेशन सिक्किम में मेली और रंगपो.
रंगपो में अलीपुरद्वार डिवीजन के डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) अमरजीत गौतम ने बताया,
“प्रोजेक्ट का पहला फेज साल 2025 तक पूरा करने की योजना है. दूसरे फेज का सर्वे हो गया है और तीसरे फेज का अभी सर्वे चल रहा है. स्टेशन की जगह के लिए डिटेल रिपोर्ट तैयार की जा रही है."
उन्होंने बताया कि ये एक ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसमें रक्षा मंत्रालय की भागीदारी होगी क्योंकि ये प्रोजेक्ट रणनीतिक रूप से काफी अहम है.
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