पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए हिंदू परिवारों के घरों पर बुलडोजर (Pakistan Hindu Bulldozer) चलाने का मामला सुलझता दिख रहा है. मामला राजस्थान के जैसलमेर का है. जहां अब प्रशासन और राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि विस्थापित हिंदुओं के लिए घर बनाने की व्यवस्था की जाए.
पाकिस्तानी हिंदुओं के घर चला था बुलडोजर, इतनी जल्दी इतना बड़ा इंतजाम देख सब हैरान!
घरों में सारी सुविधाएं!
आजतक से जुड़े संवाददाता विमल भाटिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान से भारत आए विस्थापित हिंदू परिवारों के लिए प्रशासन ने जमीन का चुनाव कर लिया है. जानकारी के अनुसार, लगभग 40 बीघा जमीन विस्थापित हिंदुओं के घर बनाने के लिए चुनी गई है. बताया जा रहा है कि जमीन पर काम भी शुरू कर दिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक चयनित की गई जमीन पर लगभग 250 घर बनाने की व्यवस्था की जा रही है. प्रशासन यहां पर बिजली-पानी और अन्य जरूरी सुविधाओं का भी इंतजाम कर रहा है. इससे पहले जिला कलेक्टर टीना डाबी ने कहा था कि कई विस्थापित हिंदू परिवारों को अभी नागरिकता नहीं मिली है. उनके पुनर्वास के लिए जिला प्रशासन अलग भूमि चिह्नित कर रहा है. डाबी ने आगे कहा था कि आने वाले दिनों में देश के कई जिलों में जैसलमेर मॉडल को अपनाया जा सकता है.
दरअसल राजस्थान के जैसलमेर जिले के अमर सागर इलाके में पाकिस्तान से आए हिंदू परिवार कई सालों से अवैध कब्जे वाली जगह पर रह रहे थे. इन विस्थापित हिंदुओं ने कथित तौर पर UTI यानी ‘अर्बन इंप्रूवमेंट ट्रस्ट’ की जमीन पर कुछ कच्चे मकान बना रखे थे. लेकिन, धीरे-धीरे यहां कई बस्तियां बन गईं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, UTI की जमीन पर अवैध घरों और बस्ती को खाली कराने के लिए अधिकारियों ने 15 मई को आदेश जारी किया था. अधिकारियों ने बस्ती में जाकर लोगों से मकान खाली करने को कहा था. लेकिन, किसी प्रकार के पुनर्वास की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई थी. इस कारण लोगों ने बस्ती खाली नहीं की. 16 मई के दिन UTI के अधिकारी पुलिस फोर्स के साथ बस्ती में पहुंचे और 28 कच्चे मकानों को बुलडोजर से गिरा दिया.
मामले के एक पीड़ित किषनराज भील ने तब बताया था,
“अमर सागर स्थित कल्ला क्रेसर भील में पूरी की पूरी बस्ती को उजाड़ दिया गया. जो हिंदू पाकिस्तान से बर्बाद होकर हिंदुस्तान आए थे, अब उन्हें और बर्बाद कर दिया गया है. इससे पहले भी हमने जनसुनवाई में पुनर्वास की व्यवस्था करने की बात कही थी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.”
किषनराज भील ने आगे कहा कि बुलडोजर से उनके पानी के स्टोरेज और धार्मिक स्थलों को भी गिरा दिया गया. उनके मुताबिक, जब धार्मिक स्थलों को तोड़ा जा रहा था तो कुछ महिलाओं ने विरोध किया, जिसके बाद उनपर बल प्रयोग किया गया. जिसमें 3 महिलाएं घायल हो गईं.
टीना डाबी ने क्या कहा था?इस मामले पर जिला कलेक्टर टीना डाबी का भी बयान आया था. उन्होंने कार्रवाई के बारे में बताया था,
“पिछले 15-20 दिन से अमर सागर के सरपंच व गांव के अन्य लोगों की तरफ से जमीन पर अवैध कब्जे की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इसी को देखते हुए हमने 28 अतिक्रमण हटाए हैं. ये सब हाल के अतिक्रमण हैं. इलाके में कई पुराने अतिक्रमण भी हैं जिन्हें हमने अभी तक नहीं हटाया है.”
टीना डाबी ने आगे बताया था कि इलाके के भूमाफिया इन परिवारों को बरगला रहे थे. भूमाफिया पाकिस्तानी विस्थापित हिंदुओं की मदद से इलाके में जमीन पर अतिक्रमण करा रहे थे. डाबी ने ये भी बताया था कि अतिक्रमण हटाने से पहले उनकी तरफ से कई बार इन लोगों को नोटिस भी भेजा गया था.
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