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ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरे के बीच दक्षिण अफ्रीका से मुंबई आया व्यक्ति कोविड पॉजिटिव निकला

सरकार ने विदेशों, खासकर दक्षिण अफ्रीका से आने वालों के लिए विशेष गाइडलाइंस जारी कीं.

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Omicron वेरिएंट के खतरे के बीच एक एयरपोर्ट पर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाते यात्री. (सांकेतिक फोटो- PTI)
कोरोना वायरस के नए ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron) के खतरे के बीच साउथ अफ्रीका से भारत लौटा एक व्यक्ति कोविड पॉजिटिव पाया गया है. हालांकि, अभी इस बात का पता नहीं चला है कि ये शख्स कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट से ही संक्रमित है या नहीं. कोरोना का ओमिक्रोन वेरिएंट सबसे पहले साउथ अफ्रीका में ही पाया गया है. दुनियाभर के कई मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक इसके डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक खतरनाक होने की आशंका है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमित पाया गया व्यक्ति 32 साल का है और मुंबई के डोंबिवली इलाके में रहता है. कल्याण डोंबिवली नगर निगम की मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिभा पनपाटिल ने अखबार को बताया,
"यात्री केप टाउन से चला था और दुबई होते हुए दिल्ली पहुंचा. दिल्ली में उसका कोविड टेस्ट हुआ और टेस्ट के बाद उसे मुंबई आने की मंजूरी दे दी गई. फ्लाइट के जरिए ही वो मुंबई आया. मुंबई आने के बाद पता चला कि वो कोविड पॉजिटिव है. उसको कोविड के लक्षण नहीं थे और उसने खुद को घर में ही क्वारंटाइन कर लिया था. बाद में नगर निगम ने उसे एक संस्थान में क्वारंटाइन कर दिया."
नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ से ये भी बताया गया कि उन्होंने एयरपोर्ट के अधिकारियों को जानकारी दे दी है और पॉजिटिव पाए गए शख्स के साथ यात्रा करने वालों की खोज की जा रही है. दूसरी तरफ, पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति का कोविड सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है. जीनो सीक्वेंसिंग से ही पता चलेगा कि व्यक्ति ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित है या नहीं. नए दिशा-निर्देश दूसरी तरफ, ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए बाहरी देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए सरकार ने नए दिशा-निर्देश तय किए हैं. ये निर्देश खासकर उन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए हैं, जहां ओमिक्रोन वेरिएंट पाया जा चुका है. इस संबंध में प्रमुख सरकारी निर्देश कुछ इस तरह से हैं,
- भारत आने वाले प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय यात्री को एक फॉर्म भरना होगा और नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट पेश करनी होगी. ऐसा ना करने पर उन्हें देश में आने नहीं दिया जाएगा.
- जो यात्री उन देशों से आ रहे हैं, जहां ओमिक्रोन वेरिएंट पाया जा चुका है, उन्हें भारत आते ही RT-PCR सैंपल देना होगा. अगर कोई यात्री पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे क्वारंटाइन किया जाएगा और सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. जीनोम सीक्वेसिंग में अगर ओमिक्रोन वेरिएंट की बात सामने आती है तो सख्ती और बढ़ाई जाएगी.
- जिन देशों में ओमिक्रोन वेरिएंट पाया जा चुका है, उन देशों से आने वाले यात्री अगर नेगेटिव भी पाए जाते हैं तो भी उन्हें सात दिन तक घर में क्वारंटाइन होना पड़ेगा. आठवें दिन फिर से उनका सैंपल लिया जाएगा.
- दूसरे देशों से आ रहे यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी. ये वो देश होंगे, जहां नया वेरिएंट नहीं पाया गया है. इस रैंडम सैंपलिंग को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा.
- जो लोग उन देशों से आ रहे हैं, जहां ओमिक्रोन वेरिएंट नहीं पाया गया है और जिनका सैंपल भी नेगेटिव पाया गया है, उन्हें सलाह दी गई है कि वो दो सप्ताह तक अच्छे तरीके से अपने स्वास्थ्य पर नजर रखें.
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट Omicron पर मीटिंग के बाद PM Modi ने अधिकारियों को आदेश दिए थे. (फोटो: PMO)
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट Omicron पर मीटिंग के बाद PM Modi ने अधिकारियों को आदेश दिए थे. (फोटो: PMO)

वहीं अगर ओमिक्रोन वेरिएंट की बात करें तो ये अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है. दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, हांगकांग, बेल्जियम और इजरायल के बाद अब ये दूसरे देशों में भी पाया गया है. अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, 28 नवंबर को नीदरलैंड में ओमिक्रोन वेरिएंट के 13 मामले मिले. कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भी इसके दो-दो मामले सामने आए हैं. नीदरलैंड में ओमिक्रोन वेरिएंट से पॉजिटिव पाए गए सभी लोग दक्षिण अफ्रीका से आए थे.
ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरे के बीच कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका के आवागमन को बैन करने की घोषणा की है. दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने इन घोषणाओं को भेदभाव वाला बताया है. उसकी तरफ से कहा गया है कि उसे समय रहते कोविड का नया वेरिएंट खोजने की सजा दी जा रही है.