The Lallantop

गोविंदा से पूछताछ करेगी क्राइम ब्रांच, मामला 1 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का है

इस घोटाले में सोलर टेक्नो एलायंस (STA) कंपनी का नाम आया है. STA के एक कार्यक्रम में शामिल होने के नाते अब गोविंदा से पूछताछ की जाएगी.

Advertisement
post-main-image
ऐसा कहा जा रहा है कि गोविंदा से इकोनॉमिक ऑफेंसिस विंग पूछताछ करेगी. (फाइल फोटो: आजतक)

ओडिशा क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) बॉलीवुड एक्टर गोविंदा से पूछताछ करने वाली है. मामला 1000 करोड़ रुपये के क्रिप्टो-पोंजी घोटाले से जुड़ा है. इसमें सोलर टेक्नो एलायंस (STA) कंपनी का नाम आया है. आरोप है कि STA कई देशों में क्रिप्टो निवेश की आड़ में घोटाला किया है. सोलर टेक्नो एलायंस (STA) से जुड़े मामले में गोविंदा से पूछताछ की वजह ये है कि गोविंदा इस कंपनी के एक कार्यक्रम में मौजूद थे. EOW की ओर से 13 सितंबर को इसकी जानकारी दी गई.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

इंडिया टुडे के अजय नाथ की रिपोर्ट के मुताबिक गोविंदा STA के एक कार्यक्रम में इस साल गोवा गए थे. STA ने गोवा के एक लग्जरी होटल में एक भव्य इवेंट किया था. इसमें एक हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से कई लोग ओडिशा से थे. इस मौके पर गोविंदा बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे. अधिकारियों का कहना है कि गोविंदा ने STA का प्रमोशन किया था. EOW भुवनेश्वर की DSP सस्मिता साहू ने बताया कि क्योंकि STA के इवेंट में गोविंदा को बुलाया गया था, इसलिए उनसे पूछताछ होगी. गोविंदा से ये भी पूछा जाएगा कि उनसे STA के कार्यक्रम में आने के लिए किसने संपर्क किया था. 

ये भी पढ़ें- चंद्रबाबू नायडू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, 371 करोड़ का घोटाला खुला कैसे?

Advertisement

EOW भुवनेश्वर की DSP सस्मिता साहू ने बताया,

“खुफिया जानकारी मिलने के बाद हमने STA के खिलाफ जांच शुरू की. आरोप था कि STA ने अपना खुद का टोकन लॉन्च कर उसे STA टोकन नाम दिया है. इसे भद्रक में लोकल लेवल पर पोंजी स्कीम के तौर पर प्रमोट किया गया. इसमें लोगों को STA में शामिल होकर अपने अंडर सदस्यों को जोड़ने के लिए कहा जाता. इससे एक चेन सिस्टम बनता और सदस्यों को नये सदस्यों को जोड़ेन पर आकर्षक रिटर्न मिलता. शुरुआती जांच में आरोप सही साबित हुए."

ओडिशा हेड के तौर पर भद्रक के निरोध कुमार दास ने STA का ऑफिस बनाया और कई हजार सदस्यों को इसमें शामिल किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, झारखंड और अन्य राज्यों के निवेशकों से लाखों रुपये जमा कराए गए. 

Advertisement

DSP ने बताया कि कंपनी के इंडिया हेड गुरतेज सिंह सिद्धू और ओडिशा हेड निरोद दास को 7 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. वहीं गुरतेज सिंह सिद्धू से लिंक पर भुवनेश्वर के निवेश सलाहकार रत्नाकर पलाई को 16 अगस्त को गिरफ्तार किया गया. वहीं इस कंपनी के हेड डेविड गेज़ के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है, जो हंगरी का नागरिक है. 

वीडियो: गोविंदा के अकाउंट से हरियाणा हिंसा पर पोस्ट आया, वीडियो बनाकर सफाई दी, फिर अकाउंट डिलीट कर दिया

Advertisement