राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ( National Human Rights Commission) ने संदेशखाली (Sandeshkhali) पर रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के कार्यकर्ताओं पर संगीन आरोप लगे हैं. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में कई महिलाओं के साथ गैंगरेप किया गया है. पुलिस पर भी आरोप हैं कि शिकायत दर्ज करने के बजाय वो गैंगरेप पीड़िता को आरोपियों के साथ सुलह करने की सलाह देती थी. इस रिपोर्ट पर तृणमूल कांग्रेस ने आपत्ति जाहिर की है. आइए जानते हैं रिपोर्ट में क्या-क्या है?
'संदेशखाली में TMC के कार्यालय में गैंगरेप...', NHRC की रिपोर्ट में ममता की पार्टी पर गंभीर आरोप
National Human Rights Commission ने Sandeshkhali मामले पर रिपोर्ट जारी की है. कमीशन ने रिपोर्ट में TMC के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर गैंगरेप के आरोप लगाए हैं. साथ ही पुलिस पर कार्रवाई ना करने का भी आरोप लगा है.

संदेशखाली पर कई मीडिया रिपोर्ट्स आईं जिसमें बताया गया कि कई सालों से TMC नेता शाहजहां शेख अपने साथियों के साथ मिलकर इलाके की महिलाओं का उत्पीड़न और उनका यौन शोषण कर रहा था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इन मामलों के सामने आने के बाद 21 फरवरी, 2024 को राष्ट्रीय मानवाधिकार ने मामला स्वतः संज्ञान में लिया. और उन्होंने इलाके में पहुंच लोगों से बात कर ये रिपोर्ट तैयार की है. पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और DGP को भी ये रिपोर्ट सौंपी गई है. साथ ही रिपोर्ट की एक कॉपी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) को भी दी गई है.
रिपोर्ट में शिबू प्रसाद हाजरा, उत्तम सरदार और आमिर अली गाजी समेत 'शाहजहां शेख' के कई करीबियों का नाम है. कुछ दिन पहले शाहजहां शेख समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. तब से ही वो कस्टडी में है. रेप पीड़ितों से बातचीत का जिक्र करते हुए NHRC ने अपनी रिपोर्ट में बताया,
पुलिस शिकायत भी दर्ज नहीं करती!'एक महिला ने NHRC की टीम से बताया कि करीब साल भर पहले हाजरा और सरदार ने उनके साथ दो-तीन बार रेप किया. और आज भी वो आरोपियों के डर से पुलिस में शिकायत नहीं कर पा रही है. महिला ने घटना का जिक्र अपने पति से भी किया था. इसके बाद उसका पति पार्टी कार्यालय गया. जहां आरोपियों ने उसे बुरी तरह से पीटा था. पीटे जाने के बाद वो डर कर बेंगलुरु चला गया.'
पुलिस में शिकायत ना दर्ज होने से जुड़े एक मामले का जिक्र करते हुए NHRC ने अपनी रिपोर्ट में बताया,
' एक अन्य महिला ने NHRC से बातचीत के दौरान बताया कि साल 2022-23 की सर्दियों में शाहजहां शेख के साथी उसके पति को जबरन उठा कर ले गए थे. और ठंड में रात के 2 बजे तक उससे काम करवाया गया. अपने पति को ढूंढते हुए महिला जब पार्टी कार्यालय पहुंची तो वहां उसके साथ अश्लील हरकत की गई. 3-4 दिन बाद फिर से उसे पार्टी कार्यालय बुलाया गया. और फिर हाजरा ने अपने साथी गाजी के साथ मिलकर महिला का गैंगरेप किया. अगले दिन वो पुलिस स्टेशन पहुंची जहां, पुलिस ने महिला को आरोपियों के साथ सुलह करने की बात कहकर वापस भेज दिया. करीब साल भर बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम वहां पहुंची थी. इसके बाद ही उनकी शिकायत पुलिस में दर्ज हो पाई.'
एक और पीड़िता ने अपनी आपबीती में बताया कि वो हाजरा, सरदार और उसके साथियों के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची थी. लेकिन पुलिस ने उसे शाहजहां शेख समेत बाकी आरोपियों के पास जाकर सुलह करने की बात कह वापस भेज दिया था.
कम उम्र की लड़कियों को लेकर डर?रिपोर्ट में बताया गया कि आरोपी खासकर कम उम्र की लड़कियों को टारगेट करते थे. वो उन्हें पार्टी मीटिंग या सेल्फ-हेल्प ग्रुप की मीटिंग का हवाला देकर पार्टी कार्यालय बुलाते थे. और वहां उनके साथ गैंगरेप करते थे. वहीं कुछ महिलाओं को खाना बनाने, कार्यालय की साफ-सफाई जैसे काम सौंपे जाते थे. महिलाएं इन कार्यक्रमों में शामिल होने से डरती थीं.
NHRC से बातचीत के दौरान एक अन्य पीड़िता ने कहा कि असुरक्षित माहौल की वजह से उन्होंने अपनी बच्चियों को दूसरे शहरों में रिश्तेदारों के घर रहने के लिए भेज दिया है. साथ ही रिपोर्ट में बताया गया कि इसी तरह इलाके के कई परिवारों ने भी अपने घर की कम उम्र की लड़कियों को बाहर भेज दिया है.
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TMC ने क्या कहा?इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए TMC के जनरल सेक्रेटरी कुणाल घोष ने कहा,
'ये रिपोर्ट बीजेपी के पार्टी कार्यालय में तैयार की गई है. ऐसी संस्थाएं अब बीजेपी का अग्रणी संगठन है. हम ऐसी किसी भी रिपोर्ट पर यकीन नहीं करते हैं.'
वहीं बंगाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि उन्होंने अभी तक रिपोर्ट नहीं देखी है. रिपोर्ट देखने के बाद ही वो इस बारे में कुछ बोलेंगी.
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