The Lallantop

NEET पेपर लीक का असली मास्टरमाइंड धरा गया, बिहार में बड़ा खेल करने वाला राकेश रंजन कौन है?

आरोप है कि पेपर लीक होने के बाद राकेश ने NEET-UG परीक्षा के लिए सॉल्वरों की भी व्यवस्था की थी. राकेश ने पटना और रांची के कई MBBS छात्रों को सॉल्वर के तौर पर बुलाया था.

Advertisement
post-main-image
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने अभी तक राकेश को छोड़कर आठ लोगों को गिरफ़्तार किया है. (फ़ोटो/इंडिया टुडे)

NEET UG पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी माने जा रहे राकेश रंजन उर्फ ​​रॉकी को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है. जांच एजेंसी ने राकेश को 11 जुलाई को गिरफ़्तार किया है.कोर्ट ने उसे 10 दिनों के लिए CBI की हिरासत में भेज दिया है. CBI बिहार और बंगाल में कुल चार जगहों पर छापेमारी कर रही थी. इसी दौरान राकेश पकड़ा गया. NEET पेपर लीक मामले में CBI ने अभी तक राकेश समेत 9 लोगों को गिरफ़्तार किया है.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

न्यूज़ एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताब़िक CBI ने इस मामले में अभी तक  छह FIR दर्ज की हैं. इनमें बिहार में तीन अलग-अलग मामलों में पांच FIR शामिल हैं. 9 जुलाई को CBI सूत्रों ने ANI को बताया कि NEET पेपर लीक की शुरुआत हजारीबाग स्कूल से होने की आशंका है. जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि वहां से लीक हुए पेपर बिहार भी पहुंचे थे.

राकेश रंजन कौन है?

इंडिया टुडे के इनपुट्स के मुताबिक़ राकेश एक होटल चलाता है. पेपर लीक होने के बाद राकेश ने NEET-UG परीक्षा के लिए सॉल्वरों की भी व्यवस्था की थी. राकेश ने पटना और रांची के कई MBBS छात्रों को सॉल्वर के तौर पर बुलाया था.

Advertisement

यह भी पढ़ें: NEET UG एग्जाम फिर से होगा?  NTA और सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को साफ-साफ बता दिया!

घटनाक्रम की जानकारी देते हुए CBI अधिकारी ने बताया कि 5 मई को होने वाली परीक्षा के लिए पेपर के नौ सेट दो दिन पहले ही स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की ब्रांच में सुरक्षित रखने के लिए पहुंचाए गए थे. वहां से दो सेट हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में भेजे गए. जो परीक्षा का केंद्र था. लेकिन स्कूल पहुंचने तक उन पर लगी सील टूट चुकी थी.

ANI एजेंसी सूत्रों ने बताया कि जब प्रश्नपत्र खोले गए तो राकेश वहां मौजूद था. उसने प्रश्नों की तस्वीरें लीं और उन्हें 'सॉल्वर गैंग' के साथ शेयर किया. 'सॉल्वर गैंग' ने पेपर सॉल्व किया और फिर इन्हें लाखों की कीमत पर परीक्षा के उम्मीदवारों के साथ शेयर किया गया. जो नकल करने की कोशिश कर रहे थे. राकेश इस रैकेट के एक अन्य प्रमुख व्यक्ति संजीव मुखिया से भी जुड़ा हुआ है, जो दो दशकों से इस घोटाले में शामिल है और फरार है. वो मुखिया का भांजा है. 

Advertisement

CBI का कहना है कि राकेश की गिरफ़्तारी से NEET मामले का भंडाफोड़ हो सकता है. फिलहाल सूत्रों के मुताबिक CBI का कहना है कि यह स्पष्ट नहीं है कि पेपर कहां से लीक हुए. लेकिन सबूतों से पता चलता है कि पेपर या तो स्कूल ले जाते समय बैंक ब्रांच से लीक हुए या फिर स्कूल से ही लीक होने की आशंका है. 

वीडियो: NEET 'पेपर लीक' मामले में NTA, CBI और केंद्र सरकार से सुप्रीम कोर्ट के सवाल

Advertisement