NEET UG परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 22 जून की रात को NEET-PG परीक्षा स्थगित कर दी है (NEET-PG Test Postponed). ये एग्जाम 23 जून को होने वाला था. मंत्रालय ने बयान में कहा कि ये फैसला छात्रों के सर्वोत्तम हित में और परीक्षा प्रक्रिया के सही संचालन के लिए लिया गया है. कहा गया है कि नई तारीख की जल्द से जल्द घोषणा की जाएगी.
NEET-UG विवाद के बीच NEET-PG एग्जाम हुआ स्थगित, स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या वजह बताई?
देश भर में लगभग 52,000 सीटों के लिए हर साल लगभग 2 लाख MBBS ग्रेजुएट्स NEET-PG परीक्षा में बैठते हैं.

मंत्रालय ने कहा है कि एहतियाती कदम के तौर पर NEET-PG को स्थगित किया जा रहा है. जान लें कि ये एग्जाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) नहीं, बल्कि नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन कंडक्ट कराता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा,
कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की अखंडता के संबंध में आरोपों की हालिया घटनाओं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने NEET-PG एग्जाम की प्रक्रियाओं की मजबूती का गहन मूल्यांकन करने का फैसला लिया है. छात्रों को हुई असुविधा के लिए खेद है.

देश भर में लगभग 52,000 सीटों के लिए हर साल लगभग 2 लाख MBBS ग्रेजुएट्स NEET-PG परीक्षा में बैठते हैं.
मामले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पोस्ट में लिखा,
अब NEET PG भी स्थगित! ये नरेंद्र मोदी के राज में बर्बाद हो चुकी शिक्षा व्यवस्था का एक और दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण है. BJP राज में छात्र अपना करियर बनाने के लिए ‘पढ़ाई’ नहीं, अपना भविष्य बचाने के लिए सरकार से ‘लड़ाई’ लड़ने को मजबूर है.
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार और संस्थापक डॉ. मनीष जांगड़ा ने कहा,
NEET-UG का क्या मामला है?अपमानजनक! तय दिन से ठीक एक दिन पहले NEET PG परीक्षा फिर स्थगित! ये उन डॉक्टरों का दयनीय उत्पीड़न है जिन्होंने यात्रा की, पैसा खर्च किया और समय दिया. एक सुनियोजित परीक्षा के प्रबंधन में सरकार की अक्षमता अस्वीकार्य है. हम तत्काल स्पष्टीकरण की मांग करते हैं.
NEET-UG 2024 की परीक्षा 5 मई को हुई थी. इसमें करीब 24 लाख छात्र शामिल हुए थे. रिजल्ट 4 जून को आया था. परीक्षा में 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक मिले थे. इसके बाद रिजल्ट पर कई लोगों ने संदेह जताया. NTA ने बताया कि ऐसा ग्रेस मार्क्स की वजह से हुआ है. कुछ एग्जाम सेंटर्स पर ‘लॉस ऑफ टाइम’ की वजह से कुल 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं. टॉप 67 में से 44 अभ्यर्थियों को भी ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं. विवाद के बाद NTA ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि वो ग्रेस मार्क्स रद्द करके इन छात्रों का री-एग्जाम 23 जून को आयोजित करवाएंगे.
हालांकि इसके बाद पेपर लीक के आरोप भी लगे. अब शिक्षा मंत्रालय ने मामले की जांच CBI को सौंप दी है.
वीडियो: NEET पेपर लीक विवाद के बीच NTA ने CSIR UGC NET परीक्षा क्यों टाल दी?