NCERT के बदले हुए सिलेबस की नई किताबे बाजार में आ चुकी हैं. ये बदलाव पिछले साल ही तय कर लिए गए थे. लेकिन छपकर आई नई किताबों में कुछ और चीज़े भी हटाई गई हैं जिनको लेकर अब सवाल उठ रहे हैं. अंग्रेजी अखबार दी इंडियन एक्सप्रेस ने इस बारे में एक विस्तृत इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक NCERT की किताबों में महात्मा गांधी, नाथूराम गोडसे और RSS से जुड़ी कुछ जानकारियों को हटा दिया गया है.
'गांधी हत्या, RSS बैन', NCERT की किताबों से और क्या-क्या हटाया गया जो आप पढ़ते थे?
गोडसे के बारे में भी कुछ चीज़े हटाई गईं.
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# गांधी उन लोगों द्वारा विशेष रूप से नापसंद थे जो चाहते थे कि हिंदू बदला लें या जो चाहते थे कि भारत हिंदुओं के लिए एक देश बने, ठीक वैसे ही जैसे पाकिस्तान मुसलमानों के लिए था...
# हिंदू-मुस्लिम एकता के उनके दृढ़ प्रयास ने हिंदू चरमपंथियों को इतना उकसाया कि उन्होंने गांधीजी की हत्या के कई प्रयास किए...
# गांधीजी की मृत्यु का देश में साम्प्रदायिक स्थिति पर बड़ा प्रभाव पड़ा... भारत सरकार ने साम्प्रदायिक नफरत फैलाने वाले संगठनों पर नकेल कसी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे संगठनों पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया...
ये सारी बातें 12वीं की राजनीतिक विज्ञान की किताब में पढ़ाई जा रही थी. लेकिन इस साल से नहीं पढ़ाई जाएंगी. साथी ही 12वीं की ही इतिहास की किताब में भी कुछ बदलाव किए गए हैं. इस किताब में महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे के बारे में कुछ जानकारियां हटाई गई हैं. इस किताब से-
#गोडसे, पुणे के ब्राह्मण थे.
# गोडसे एक चरमपंथी हिंदू अखबार का संपादक था, जिसने गांधीजी को 'मुसलमानों का तुष्टिकरण करने वाला' बताया था.
ये जितनी जानकारियां NCERT की किताब से हटाई गई हैं ये पिछले साल के प्लान में शामिल नहीं थीं. इस बारे में NCERT की तरफ से ठोस जवाब नहीं दिया गया है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए NCERT के डायरेक्टर डीएस सोकलानी ने कहा -
"सारे बदलाव पिछले साल ही कर दिए गए थे. इस बार कुछ नया नहीं है."
कुछ ऐसा ही बयान NCERT के सेंट्रल इंस्टीट्यूूट ऑफ एजुकेशन टेक्नॉलजी के अध्यक्ष का भी आया है. यह संभव है कि कुछ चीज़ें टेबल से छूट गई हों लेकिन इस वर्ष कोई नया परिवर्तन नहीं किया गया है. यह सब पिछले साल हुआ था.