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‘मेरी बेटी ने कुछ गलत नहीं किया...', IAS पूजा खेडकर के पिता ने OBC सर्टिफिकेट पर क्या कहा?

Puja Khedkar 2023 बैच की ट्रेनी IAS हैं. उन पर पद का दुरुपयोग करने और अनुचित बर्ताव के गंभीर आरोप लगे हैं.

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IAS अफसर पूजा खेडकर, पिता दिलीप खेडकर (फोटो-आजतक)

पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोपों के बीच ट्रेनी IAS अफसर पूजा खेडकर लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं. उनके अनुचित व्यवहार के चलते ट्रेनिंग पूरी होने से पहले ही उन्हें पुणे से वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है. इस बीच आजतक ने पूजा के पिता दिलीप खेडकर जो खुद एक रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं, से बात की है. उन्होंने, इस मामले में बेटी का बचाव करते हुए अपना पक्ष रखा है.  

आजतक से बातचीत के दौरान जब पूजा के पिता से पूछा गया कि पूजा ने यूपीएससी में क्रीमीलेयर से अप्लाई किया था या नॉन क्रीमीलेयर से, तो इस सवाल के जवाब में पूजा के पिता ने कहा, 

‘इस बारे में कमेटी बैठाई की गई है. हम अपनी बात कमेटी के सामने रखेंगे. लीगल प्रोसिजर जारी है तो इसके ऊपर बोलना ठीक नहीं है. हमने सबकुछ नियम के हिसाब से किया है. इसमें कुछ भी गलत नहीं हुआ है.’

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पूजा के पिता से बातचीत में अपनी बेटी का समर्थन करते हुए आगे कहा, 

‘मेरी बेटी ने कोई गलती नहीं की है. एक महिला ने बैठने के लिए स्पेस मांगकर कोई गलती नहीं की है. हमारी बेटी को परेशान किया जा रहा है. कोई ये सबकुछ जान-बूझकर कर रहा है.’

हालांकि, जब उनसे उस शख्स का नाम लेने को कहा गया जिनपर उनके आरोप हैं तो उन्होंने किसी का नाम लेने से इनकार कर दिया.

पूजा के पिता से सवाल किया कि आपकी बेटी पूजा एम्स दिल्ली में जांच के लिए क्यों हाजिर नहीं हुई? इस पर उन्होंने कहा कि यह आधा सच है. उन्होंने कहा, 

‘UPSC के नियम बहुत सख्त हैं. वहां 20-25 लोगों का मेडिकल बोर्ड होता है. वहां फर्जी कागज जमा करना नामुमकिन है.’

पूजा, 2023 बैच की IAS हैं. वो हाल ही में तब सुर्खियों में आईं जब उन पर ट्रेनिंग के दौरान अपने पद का दुरुपयोग करने और अनुचित बर्ताव के गंभीर आरोप लगे. उन्होंने अपनी निजी गाड़ी (ऑडी) पर सायरन, VIP नंबर प्लेट और ‘महाराष्ट्र सरकार’ का स्टिकर लगाया. इन चीज़ों के चलते पूजा चर्चा में आई थीं. बाद में तो यहां तक ख़बर आई कि उन्होंने मुंबई में अपने सीनियर का चेंबर क़ब्ज़ा लिया था. वहां अपने नाम का बोर्ड चस्पा कर दिया था. दफ़्तर का फ़र्नीचर हटा दिया और लेटरहेड मांगने लगीं. जबकि प्रोबेशनरी IAS अफ़सरों को ऐसी सुविधा नहीं मिलती. 

पुणे कलेक्टर कार्यालय में पूजा खेडकर के आचरण के अलावा ऐसे भी आरोप हैं कि खेडकर ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में पद हासिल करने के लिए OBC सर्टिफिकेट का दुरुपयोग किया. इस बीच केंद्र ने गुरुवार को पूजा खेडकर की उम्मीदवारी की पुष्टि के लिए एक सदस्यीय समिति का गठन किया. केंद्र ने कहा कि इस मामले की जांच अतिरिक्त सचिव रैंक के अधिकारी करेंगे. वह खेडकर की उम्मीदवारी और अन्य जानकारी की जांच करेंगे. 
 

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