चिट्ठी शेयर करते हुए नवाब मलिक ने लिखा कि,
"ये उस लेटर का कंटेंट है जो मुझे एक अनाम एनसीबी अधिकारी ने लिखी है. एक जिम्मेदार नागरिक की तरह मैं इस चिट्ठी को डायरेक्टर जनरल नारकोटिक्स को भेज रहा हूं. मेरी उनसे गुजारिश है कि वो लेटर को समीर वानखेड़े के खिलाफ हो रही जांच में शामिल करें."
"मैं नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का एक कर्मचारी हूं. पिछले दो वर्षों से मुंबई कार्यालय में कार्यरत हूं. पिछले वर्ष जब NCB को सुशांत सिंह राजपूत मामले में ड्रग एंगल से जांच सौंपी गई थी, तब गत महानिदेशक राकेश अस्थाना ने एसआईटी का गठन किया था. इसमें अपने चेले कमल प्रीत सिंह मल्होत्रा को प्रभारी बनाया. साथ में Directorate of Revenue Intelligence (DRI) मुंबई में काम कर रहे समीर वानखेड़े को भी लाया गया. उसे गृहमंत्री अमित शाह के कहने पर NCB मुंबई में Zonal Director के पद पर जॉइन करवाया गया. राकेश अस्थाना, जो सबको मालूम है कि कितने ईमानदार अफसर हैं, उन्होंने समीर वानखेड़े और केपीएस मल्होत्रा को साम, दाम, दण्ड और अन्य किसी भी तरीके से बॉलीवुड के कलाकारों को ड्रग मामले में फंसाकर उन पर केस बनाने का आदेश दिया. केपीएस मल्होत्रा और समीर वानखेड़े ने इन कलाकारों से करोड़ों रुपए की डिमांड की, और करोड़ों रुपए की उगाही करके राकेश अस्थाना को भी हिस्सा दिया. "किन-किन एक्टर्स के नाम लिखे? चिट्ठी में बॉलिवुड के कई एक्टर्स का नाम भी लिया गया है. चिट्ठी में दावा किया गया है कि किस तरह से दीपिका पादुकोण, करिश्मा प्रकाश, श्रद्धा कपूर, रकुलप्रीत सिंह, सारा अली खान, भारती सिंह, हर्ष लिम्बाचिया, रिया चक्रवर्ती, सोविक चक्रवर्ती व अर्जुन रामपाल से वसूली की गई. ये भी आरोप लगाया गया है कि ये पैसा इकट्ठा करने का काम वकील अयाज़ खान करता था. अयाज़ खान की दोस्ती समीर वानखेड़े से है. इस वजह से वो NCB ऑफिस में बिना किसी रोकटोक के आ जा सकता है. अयाज़ ही समीर वानखेड़े़ को बॉलीवुड से मंथली उगाही करके देता है. बदले में जब समीर वानखेड़े किसी भी बॉलीवुड आर्टिस्ट को पकड़ता है तो उन्हें अयाज खान को अपना वकील करने को कहता है. चिट्ठी में एक जगह पर ये भी लिखा गया है कि किस तरह से बिग बॉस में भाग लेने वाले अरमान कोहली के घर पर 1 ग्राम ड्रग्स रखकर जेल भेजा गया था.

पिछले साल दीपिका पादुकोण समेत कई एक्ट्रेस को NCB की तरफ से समन जारी किया गया था. फोटो: India Today/The Lallantop
क्रूज केस में कैसे फंसाया गया? इस चिट्ठी में समीर वानखेड़े को एक अटेंशन पाने का भूखा अधिकारी बताया गया है. यही वजह है कि वो हाई प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाता है. चिट्ठी में उन केसेज़ की लंबी फेहरिस्त है, जिसमें वानखेड़े ने कथित तौर पर गलत तरीके से लोगों को फंसाया. इनमें क्रूज पर ड्रग्स मिलने का मामला भी शामिल है. क्रूज वाले केस के बारे में चिट्ठी में आरोप लगाते हुए लिखा गया है कि,
"केस नंबर 94/2021 में कोर्डेलिया क्रूज़ पर जो केस किया है, उसमें सभी पंचनामे NCB मुंबई के ऑफिस में लिखे गए. BJP के इशारे पर उनके दो कार्यकर्ताओं ने समीर वानखेड़े के साथ मिलीभगत से ड्रग प्लांट किया. क्रूज़ पर NCB के कर्मचारी अपने समान में छिपाकर ड्रग्स ले गए थे. उन्होंने मौका पाकर लोगों के निजी समान में इसे रख दिया. समीर वानखेड़े को सर्च या ऑपरेशन के दौरान कोई बॉलीवुड मॉडल या सेलेब्रिटी मिलता है तो वो उसे जबरदस्ती ड्रग्स रखकर केस बना देता है. इस मामले में भी यही हुआ है.चिट्ठी में यह भी लिखा है कि समीर वानखेड़े का साथ न देने वाले अधिकारी को सस्पेंड करवा दिया जाता है. इस तरह की घटनाओं में साथ न देने पर 4 अधिकारियों को सस्पेंड करवाया जा चुका है.
समीर पिछले एक माह से बीजेपी के दोनों कार्यकर्ताओं (केपी गोसावी और मनीष भानुशाली) के संपर्क में हैं. क्रूज से जितने भी आदमी पकड़े गए थे, उन्हें NCB office लाया गया और सारे पंचनामे NCB के ऑफिस में बैठकर बनाए गए. परंतु ऋषभ सचदेव, प्रतीक गाबा और अमीर फर्नीचरवाला को उसी रात दिल्ली से फोन आने पर छोड़ दिया गया. इस मामले में समीर वानखेड़े की फोन कॉल डीटेल चेक की जा सकती है."
समीर वानखेड़े ने नवाब मलिक की शेयर की गई चिट्ठी को एक मज़ाक और झूठ बताया है. इंडिया टुडे ने समीर वानखेड़े के हवाले से लिखा है कि नवाब मलिक को जो भी करना है वो करें चिट्ठी में जो कुछ भी लिखा है सब झूठ है.