''जो कानून व्यवस्था को व्हीलचेयर पर लाने का काम करते थे, आज वो स्वयं व्हीलचेयर में पड़े हुए हैं और सांस लेने के लिए तरस रहे हैं.''
ये बयान है यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का. 04 मई, 2023 को योगी निकाय चुनाव के प्रचार में मऊ गए थे. तब उन्होंने माफिया मुख्तार अंसारी पर ये तंज कसा था. जेल में बंद मुख्तार जब भी पेशी के लिए जाता है उसक व्हीलचेयर पर बैठे ही तस्वीर सामने आती है.
लेकिन योगी के इस बयान के बाद ढाई महीने भी नहीं बीते और मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी अब बीजेपी के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विधायक हो गए हैं.
NDA में मुख्तार का बेटा
दरअसल, ओम प्रकाश राजभर ने अपनी पार्टी सुहेलदेव समाज पार्टी को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने का ऐलान कर दिया. लंबे समय से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि राजभर पाला बदल सकते हैं. आखिरकार 16 जुलाई को अमित शाह से मुलाकात के बाद ओम प्रकाश राजभर बीजेपी गठबंधन में शामिल हो गए. चार साल बाद गठबंधन में राजभर की वापसी हुई है. 2017 में राजभर की पार्टी ने बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन 2022 में वो अखिलेश के साथ हो गए थे. समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में सुभासपा ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा. जिसमें 6 सीटों पर जीत मिली.
इन 6 सीटों में एक सीट मऊ विधानसभा की थी. मऊ विधानसभा सीट पर ओम प्रकाश राजभर ने टिकट दिया था मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को. अब्बास ने चुनाव में बीजेपी के अशोक कुमार सिंह को 38 हजार से ज्यादा वोटों से हराया और पहली बार विधायक बने. लेकिन सुभासपा के NDA में शामिल हो जाने से अब्बास अंसारी बीजेपी गठबंधन का हिस्सा बन गए हैं.
ओम प्रकाश राजभर के साथ अब्बास अंसारी. (फाइल फोटो)जेल में हैं अब्बास अंसारी
अब्बास अंसारी फिलहाल कासगंज जेल में बंद हैं. 5 नवंबर, 2022 को कई घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने अब्बास अंसारी को गिरफ्तार किया था. अब्बास पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है. इसके अलावा आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साज़िश में शामिल होना), 379 (चोरी), 419(खुद को कोई और बताकर धोखाधड़ी करना), 420 (धोखाधड़ी), 423, 447, 465, 467, 468, 471, 474, 477ए (सभी कागज़ातों में फर्जीवाड़े से जुड़ी धाराएं) के अलावा आर्म्स ऐक्ट और पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज प्रिवेंशन के तहत भी अब्बास अंसारी आरोपी हैं.
इसी साल 11 फरवरी को मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निखत अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वो जेल में बंद अपने पति से मिलने पहुंची थी. इस दौरान तलाशी में उनके पास प्रतिबंधित सामान मिला, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है. फिलहाल वो भी जेल में है.
मुख्तार अंसारी भी बांदा जेल में बंद
मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को गैंगस्टर ऐक्ट के एक मामले में दोषी करार दिया गया है. वो 10 साल की सजा काट रहे हैं. गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट ने कृष्णानंद राय हत्याकांड के बाद दर्ज हुए गैंगस्टर ऐक्ट में यह फैसला सुनाया. अंसारी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगा है. बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में मुख्तार और उसका भाई अफ़ज़ाल दोनों बरी हो चुके हैं. कृष्णानंद राय की हत्या 29 नवंबर 2005 को हुई थी. दो साल बाद इसी मामले में मुख्तार के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट का भी केस दर्ज हुआ था.
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