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अरबों की संपत्ति का मालिक था मुख्तार अंसारी, कई प्रॉपर्टी पर चला था बुलडोजर

Mukhtar Ansari की कुल 317 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति अब तक जब्त की जा चुकी है. इसके अलावा 287 करोड़ से ज्यादा की अवैध प्रॉपर्टी पर योगी सरकार का बुलडोजर चल चुका है. कुल जोड़ा जाए तो मुख्तार अंसारी को मौत से पहले करीब 605 करोड़ का चूना लग चुका था.

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मुख्तार अंसारी की 605 करोड़ की अवैध संपत्ति ज़ब्त हो चुकी है (फोटो- आजतक)

गैंगस्टर और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की मौत के बाद उसकी बेहिसाब प्रॉपर्टी एक बार फिर चर्चा में है. गुरुवार 28 मार्च की रात मुख्तार अंसारी को उल्टी की शिकायत के बाद बेहोशी की हालत में बांदा जेल से अस्पताल ले जाया गया था. वहां 9 डॉक्टरों की टीम ने मुख्तार को बचाने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. प्रशासन की ओर से जारी अपडेट के मुताबिक कार्डियक अरेस्ट की वजह से मुख्तार अंसारी की मौत हुई है. मुख्तार पिछले तीन साल से बांदा जेल में बंद था.

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1996 में मऊ सदर सीट से मुख्तार अंसारी ने BSP के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की. इसके बाद इस सीट से मुख्तार लगातार पांच बार विधायक रहा. इसने दो बार बसपा, दो बार निर्दलीय और एक बार कौमी एकता दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता. मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी वर्तमान में गाजीपुर से सांसद हैं. और 2024 के चुनाव में सपा के टिकट पर फिर से गाजीपुर से मैदान में हैं. मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी मऊ सदर से विधायक है. और भतीजा सुहेब उर्फ मन्नु अंसारी गाजीपुर की मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से विधायक है.

यूपी का पूर्वांचल एक समय मुख्तार अंसारी का गढ़ माना जाता था. उसके अपराधों की फेहरिस्त काफी लंबी है. उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक, देशभर में मुख्तार पर कुल 65 केस दर्ज हैं. जिसके कारण वह तकरीबन 19 साल तक जेल में बंद रहा.

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2017 में यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद मुख्तार अंसारी के वर्चस्व पर जबरदस्त एक्शन हुआ. अब तक मुख्तार की कुल 317 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है. यह कार्रवाई धारा 14(1) के तहत की गई है. इसके अलावा 287 करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति ध्वस्त और कब्जामुक्त की गई है. यानी इन पर योगी सरकार का बुलडोजर चल चुका है. कुल जोड़ा जाए तो मुख्तार के करीब 605 करोड़ के काले कारोबार को ध्वस्त किया जा चुका है.

इसके अलावा गाजीपुर के पॉश इलाके महुआबाग में मुख्तार अंसारी की ओर से निर्माण कराए गए ग़ज़ल होटल को प्रशासन ने मास्टर प्लान की अनदेखी करने के आरोप में गिरा दिया था. मुख्तार के सहयोग से चलने वाले ठेके, टेंडरिंग और दूसरे अवैध धंधों पर भी पुलिस ने लगाम लगाया है. इससे मुख्तार गैंग को 215 करोड़ के नुकसान का अनुमान है. 

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मुख्तार अंसारी का दखल कोयले के कारोबार, अवैध रूप से बस और टैक्सी स्टैंड का संचालन, रेलवे और PWD की ठेकेदारी में भी था. मुख्तार अंसारी की कंस्ट्रक्शन फर्म ‘विकास कंस्ट्रक्शन’ पूर्वांचल के बड़े-बड़े ठेकों में दखल रखती थी.

 

वीडियो: मुख्तार अंसारी की आखिरी चिट्टी में क्या बातें थीं?

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