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गंगाजल पर GST लगा? CBIC ने 'सच' बताया तो BJP ने कांग्रेस को 'चुनावी हिंदू'

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. खरगे ने कहा कि सरकार गंगाजल पर भी जीएसटी वसूल कर रही है. इस पूरे मामले पर CBIC का भी बयान आया है.

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फोटो- इंडिया टुडे

क्या गंगाजल पर भी GST लगा है? गुरुवार, 12 अक्टूबर को इस सवाल ने कई लोगों को उलझन में डाल दिया. खबर उड़ी कि सरकार ने पवित्र माने जाने वाले गंगाजल पर भी वस्तु एवं सेवा यानी GST लगा दिया है. इसे लेकर कांग्रेस और बीजेपी में सियासी बयानबाजी भी हो गई. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने X पर मोदी सरकार के लिए ये लिख दिया,

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"मोदी जी, मोक्ष प्रदाता मां गंगा का महत्व एक आम भारतीय के लिए जन्म से लेकर जीवन के अंत तक बहुत अधिक है. यह अच्छा है कि आप आज उत्तराखंड में हैं, लेकिन आपकी सरकार ने पवित्र गंगाजल पर ही 18% GST लगा दिया है."

खरगे के इस ट्वीट पर बीजेपी नेता अमित मालवीय का जवाब भी आया. वो आगे बताएंगे. पहले बताते हैं कि ‘गंगाजल पर GST’ को लेकर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने क्या बताया.

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CBIC ने क्या कहा?

CBIC वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आता है. GST से लेकर तमाम तरह के टैक्सेज़ से जुड़े नियम-कानून बनाने का काम इसी का है. CBIC ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करके कांग्रेस पार्टी के दावे का खंडन किया. उसने लिखा,

"गंगाजल और पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री GST के दायरे से बाहर है. GST काउंसिल की 14वीं और 15वीं मीटिंग, जो कि 18-19 मई 2017 और 3 जून 2017 को हुई थी, उसमें इन वस्तुओं को GST के दायरे से बाहर रखने का निर्णय लिया गया था. इसलिए इन वस्तुओं पर कोई GST लागू नहीं होता."

भाजपा ने कांग्रेस को बताया चुनावी हिंदू

CBIC की सफाई के इतर बीजेपी ने मल्लिकार्जुन खरगे पर हमला बोल दिया. उन्होंने ट्वीट में पीएम मोदी के उत्तराखंड दौरे का भी ज़िक्र था. जवाब में भाजपा के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने भी ट्वीट कर खरगे और कांग्रेस को ‘चुनावी हिंदू’ कह दिया. अमित मालवीय ने लिखा, 

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"अधिसूचना 2/2017 की प्रविष्टि #99 के तहत यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि पानी पर शून्य GST लगता है. GST परिषद ने 28-29 जून, 2022 को आयोजित अपनी 47वीं बैठक में इसे और स्पष्ट किया. 2017 में GST की शुरुआत के बाद से "पूजा सामग्री" GST-मुक्त है. किसी भी हालिया अधिसूचना ने पैक पानी की बोतलों या गंगाजल पर GST दर में बदलाव का संकेत नहीं दिया है."

मालवीय ने आगे लिखा,

"कांग्रेस के लिए इन तथ्यों को ग़लत ढंग से प्रस्तुत करना न केवल एक लापरवाहीपूर्ण भूल है, बल्कि गुमराह करने के लिए जानबूझकर किया गया दुष्प्रचार भी है.'चुनावी हिंदू' पार्टी ने दशकों से हिंदुओं के लिए कोई समर्थन नहीं दिखाया है. कांग्रेस न केवल मूकदर्शक बनी रही, क्योंकि डीएमके जैसी भारतीय गठबंधन पार्टियों ने हिंदुओं और सनातन धर्म को गंभीर बीमारियों के समान बताया, बल्कि आप (मतलब खरगे) सहित कई कांग्रेस सांसदों और विधायकों ने सनातन धर्म को कमजोर करने के आह्वान का समर्थन किया. यह शर्मनाक है कि कांग्रेस अब हिंदुओं के लिए चिंता का दिखावा करती है और गलत सूचना और आधा सच फैलाने का सहारा लेती है."

अमित मालवीय ने आगे कहा कि यह शर्मनाक है कि कांग्रेस अब हिंदुओं के लिए चिंता का दिखावा करती है और गलत सूचना और आधा सच फैलाने का सहारा लेती है.

बहरहाल, CBIC के ट्वीट के बाद से मल्लिकार्जुन खरगे की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. वहीं उनकी X टाइमलाइन पर 'गंगाजल पर GST' वाला ट्वीट अभी भी मौजूद है.

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