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RSS और VHP के ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला पकड़ाया, नाम - 'प्रिंस पांडे'

अपनी शिकायतों को लेकर आरएसएस के ऑफिस गया था, लेकिन कथित तौर पर उसे झिड़क दिया गया था

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बम धमाके की धमकी देने का आरोपी प्रिंस पांडेय.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के दिल्ली कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी देने के केस में दिल्ली पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है या नहीं.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि व्यक्ति ने वीएचपी और आरएसएस का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए बम धमाके की अफवाह उड़ाई थी. आरोपी शख्स का कहना है कि जब वह अपनी एक समस्या को लेकर संगठन के पास गए थे तो वहां बैठे लोगों ने कथित तौर पर उन्हें झिड़क दिया था.

पुलिस उपायुक्त (केंद्रीय) श्वेता चौहान ने बताया कि आरोपी का नाम प्रिंस पांडेय है और उनका दावा है कि वे ग्रैजुएट हैं. चौहान ने कहा, 

“हमें (27 जुलाई को) दोपहर 12.40 पर वीएचपी ऑफिस से एक कॉल आई थी, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी बिल्डिंग में एक व्यक्ति घुस आया है और उसने बम धमाका करने की धमकी दी है. हमने मौके पर एक टीम भेजी और पांडे को हिरासत में ले लिया. पूछताछ के दौरान उसने आरोप लगाया कि उनके परिवार के एक सदस्य का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है. इसी संबंध में वह आरएसएस और अन्य संगठनों की मदद लेना चाहता था.”

पुलिस अधिकारी ने आगे कहा, 

“उसने खुद को आरएसएस समर्थक बताया है. उन्होंने कहा कि वह अपनी शिकायतों को लेकर आरएसएस मुख्यालय गए थे. वह इस बात से नाराज हैं कि उनके रिश्तेदार की मदद के लिए कोई नहीं आया. उन्होंने आरोप लगाया कि किसी ने उनकी मदद नहीं की और फिर उन्होंने संगठन का ध्यान खींचने के लिए धमकियां देने का फैसला किया.”

इससे पहले विश्व हिंदू परिषद ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बम धमाके की धमकी की सूचना दी थी. इसमें कहा गया है,

"(27 जुलाई को) दोपहर करीब 12.18 बजे एक व्यक्ति विहिप के झंडेवालान कार्यालय पहुंचा और सुरेंद्र कुमार गुप्ता से कहा कि पूरी बिल्डिंग को बम से उड़ा दिया जाएगा. हमारे प्रमुख द्वारा इसकी योजना बनाई गई है. इसके बाद उस व्यक्ति ने भागने का प्रयास किया, जिसे पकड़ लिया गया और आपातकालीन नंबर- 100 पर कॉल करके दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया."

पुलिस ने बताया कि पांडे 22 जुलाई को फतेहपुर बेरी इलाके में रहने वाली अपनी मौसी के साथ दिल्ली आया था. उनके पिता मध्य प्रदेश के एक सरकारी अस्पताल में ड्राइवर हैं, जबकि उनकी मां एक गृहिणी हैं. इस मामले में पुलिस के स्थानीय कर्मचारी और स्पेशल ब्रांच उससे पूछताछ कर रही है.

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